नागदा (निप्र)- महावीर भवन में महासति पूज्य दिव्यज्योतिजी म.सा. ने कहा कि हवा हरियाली पानी सभी हमें पृथ्वी से ही प्राप्त होता है लेकिन बदले में हमसे कुछ भी नहीं मांगती है। वह सभी के कष्ट सहन करते हुए पूरी सृष्टी संसार को संभाल के रखी हुई है। पृथ्वी के प्रति हर मानव की आसक्ति बनी रहती है। हम सभी संसार में रहना चाहते है, छोड़ना कोई नहीं चाहता है। सभी इस पृथ्वी पर मेरा-मेरा करते है लेकिन आपका सारा धन दौलत मकान दुसरो के भरोसे छोड़कर चले जाते है।
मीडिया प्रभारी महेन्द्र कांठेड़ एवं नितिन बुडावनवाला ने बताया कि पूज्य महासति तप चन्द्रेश्वरी श्री सौम्याश्रीजी म.सा. के 26वाँ उपवास चल रहा है पूज्य महासति वैभवश्रीजी म.सा. के 3 उपवास, पूज्य महासति नवदीक्षीता नाव्याश्रीजी म.सा. के 3 उपवास, मनोरमा मारू के 4 उपवास की तपस्या चल रही है। जाप की प्रभावना शोभाजी नरेन्द्रजी लुणावत सांवेरवाला एवं आयुष जैन लोढ़ा उज्जैन वालो ने वितरीत की। महासतिजी के मांसखमण की ओर बढ़ते हुए के अनुमोदनार्थ सम्पूर्ण नवकार मंत्र की चौबीसी का आयोजन चंदनबाला महिला मण्डल ब्राम्ही बहुमण्डल आदर्श श्राविका मण्डल ने महावीर भवन में आयोजित कर धार्मिक प्रभावना वितरीत की गई। अतिथि सत्कार गौतमजी राठौड ने किया । संचालन अनिल पावेचा ने किया एवं आभार प्रकाशचन्द्र जैन लुणावत एवं सतीश जैन सांवेरवाला ने माना।
दिनांक 27/09/2022
मीडिया प्रभारी
महेन्द्र कांठेड
नितिन बुडावनवाला