आज विजयनगर स्थानक भवन में जगत वल्लभ प्रसिद्ध वक्ता श्री चौथमल जी म० सा० मालव भूषण उपाध्याय श्री गौतममुनि जी म सा,एवं आगम ज्ञाता प्रवचन प्रभावक श्री विजयमुनि जी म सा की सुशिष्या अत्र विराजित जैन दिवाकरिय जैन सिद्धान्ताचार्य साध्वी श्रीप्रतिभाश्रीजी म० सा०आदि ठाना 5 के सानिध्य में सरलता की प्रतिमूर्ति पूज्य गुरुदेव श्रीकेवलमुनि जी म सा का 113 वाँ जन्मजयंती दिवस सामूहिक एकासन एवं सामायिक से मनाया गया। सर्वप्रथम साध्वी मण्डल ने जाप के द्ववारा कार्यक्रम का शुभारंभ किया।साध्वी प्रेराणाश्री जी म सा ने गुरुदेवश्री के जीवन परिचय पर विस्तार से जानकारी उपलब्ध करवायी। दीक्षिताश्री जी ने मधुर गीतिका से गुरु के गुणगान किये। कई उपनगरों से संघ संस्थाओं के पदाधिकारी तथा धर्मनिस्ट गुरूभक्तों का संघ के मंत्री कन्हैया लाल सुराणा ने हार्दिक स्वागत करते हुए अभिनंदन किया।
जैन कान्फ्रेंस कर्नाटक की प्रान्तीय अध्यक्षा परम गुरूभक्त रसिलाबाई मरलेचा , प्रभाबाई खाबिया ने सुंदर गीतिका से व सुआलाल जी दक , किरण जी गुलेच्छा ने भावों से गुरु के गुणगान किये। इस अवसर पर राजेन्द्र कुमार , धर्मेन्द्रकुमार मरलेचा शुले व सुआलाल जी प्रकाश चंद जी दक श्रीरामपुरम की ओर से प्रभावना दी गई।
विजयनगर ट्रस्ट के तत्वावधान में साध्वीश्री प्रतिभाश्रीजी की सतत प्रेरणा से सहधर्मी भाई की सेवा हेतु ट्रस्टी लादूलाल जी गन्ना के प्रथम प्रयासों एवं प्रोत्साहन से सहधर्मी फण्ड के लिए एक बड़ी राशि की घोषणा की।इसी कड़ी में सुआलाल जी दक व नानालाल जी राजेन्द्रकुमारजी कोठारी ने भी अच्छी राशि लिखवाकर सहयोग प्रदान किया।ट्रस्ट के अध्यक्ष राजेंद्र कुमार कोठरी ने कहा कि इसके सुसंचालन हेतु अतिशीघ्र एक समिति का गठन किया जाएगा।
साध्वीश्री प्रतिभा श्रीजी ने दिवाकर सम्प्रदाय व गुरु केवलमुनि जी के जीवन चित्रण पर प्रकाश डालते हुए महापुरुषों की जन्मजयंति को सही अर्थों में मनाने हेतु कुछ सेवा कार्यो के तहत सहधर्मी की सेवा को सर्वोत्कृष्ट सेवा बताते हुए प्रेरणा दी।सभी सहयोगी दानदाता परिवारों का संघ की तरफ से अध्यक्ष राजेन्द्रकुमार कोठारी व मंत्री कन्हैया लाल सुराणा ने हार्दिक अभिनंदन किया।