आज 15 मई 2022 को प्रातःकाल श्री जैन रत्न हितैषी श्रावक संघ, तमिलनाडु के तत्वावधान में रत्नवंश के भावी आचार्य श्री महेन्द्रमुनिजी म.सा का 48 वां दीक्षा दिवस विगह त्याग दिवस के रुप में सामायिक – स्वाध्याय के साथ जप-तप त्याग पूर्वक स्वाध्याय भवन,साहूकारपेट चेन्नई में मनाया गया | सर्वप्रथम श्रदालुं श्रावकों ने जिनवाणी स्तुति, सिद्ध स्तुति व जैन धर्म के मौलिक इतिहास का वांचन किया |
भावी आचार्यश्री की चरित्रमय जीवनी महेन्द्र चालीसा की स्तुति की गयी | संघ मंत्री श्री ज्ञानजी बागमार ने आचार्यश्री के तप,संयम आदि गुणों पर विशेष रुप से प्रकाश किया | स्वाध्यायी श्री गौतमचंदजी मुणोत ने जीवन परिचय व उनकी भागवती दीक्षा पर श्रद्धाभाव रखें | धार्मिक शिक्षण बोर्ड के संयोजक श्री अशोकजी बाफना ने नियमितता व सेवा गुण पर विशेष वर्णन किया |
श्रावक संघ, तमिलनाडु के प्रचार प्रसार सचिव आर नरेन्द्रजी कांकरिया ने दशवेकालिक सूत्र व आगम के उद्दरणों का वर्णन करते हुए भावी आचार्यश्री केअप्रमतता, ऋजुता, विद्वत, प्रवचन, सरलता, गुप्ततपस्वी, संघ व गुरुदेव के प्रति समर्पण भाव आदि विशिष्ठ गुणों का विस्तृत विवेचन किया |
गुरुभ्राता श्री मनीषजी उज्ज्वल ने आचार्य श्री के पांच आचार पालन पर विस्तृत रुप से भाव रखें | श्री बी.सुरेशजी बाफना,श्री के. प्रकाशचंदजी ओस्तवाल,श्री जे. इन्दरचंद जी कर्णावट ने धर्मसभा में उपस्थित होकर सामायिक साधना व पांच विगहों में से दो विगह का त्याग करते हुए कर्मो की निर्जरा की |सामूहिक व्रत नियम प्रत्याख्यान, उपवास,पौरसी,सामूहिक वन्दना के बाद श्री प्रकाशचंदजी ओस्तवाल ने मंगलपाठ सुनाया |तीर्थंकरों व आचार्यों उपाध्यायों,चरित्र आत्माओं की जय-जयकार के साथ भावी आचार्यश्री महेन्द्रमुनिजी म.सा का दीक्षा दिवस जप तप त्याग पूर्वक सम्पन्न हुआ |
प्रेषक :-
आर नरेन्द्र कांकरिया, प्रचार प्रसार सचिव
श्री जैन रत्न हितैषी श्रावक संघ – तमिलनाडु ” स्वाध्याय भवन ” 24 / 25 बेसिन वाटर वर्क्स स्ट्रीट साहूकारपेट, चेन्नई 600 079