पुणे में साध्वी कंचनकुंवरजी का ऐतिहासिक चातुर्मास महामांगलिक के साथ सम्पन्न
पुणे। श्रमण संघीय उपप्रवर्तिनी, जिनशासन प्रभाविका, आनंद श्रमणी रत्ना साध्वीश्री कंचनकुँवरजी म.सा.आदि ठाणा-7 के सानिध्य में यहां आकुरडि निगड़ी प्राधिकरण में चल रहे यसश्वी वर्षावास का ऐतिहासिक समापन हुआ।
संघ के उपाध्यक्ष सुभाष ललवानी ने बताया कि चातुर्मास दरम्यान जाप, तप, धर्म आराधना, पर्युषण पर्व के विविध कार्यक्रम-प्रवचन सहित अनेक आयोजन विधान पूर्वक हुए। गौतम प्रतिपदा, नुतनवर्ष के पावन अवसर पर महामंगलकारी अनंत लब्धिनिधान गुरु गौतम अनुष्ठान का विशेष आयोजन भी हुआ।
श्रावक श्राविकाओं ने अनुष्ठान में श्रद्धापूर्वक भाग लिया। 3 चक्रों पर आराधना भी पूर्ण हुई। श्रुत ज्ञान गंगा महोत्सव के तहत साध्वी आनिमाश्रीजी म.सा ने तथा उत्तराध्ययन सुत्र के 36 वे अध्ययन के मूलपाठ का पठन, अर्थ एवं विवेचन कंचनकुंवरजी म.सा. ने किया। गौतम रास का वाचन एवं गुरु गौतम आरती का सामूहिक रुप से गान हुआ।
कार्यक्रम में समापन से पूर्व साध्वीजी के महामांगलिक पाठ प्रदान किया गया। इस दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे। आयोजन की विभिन्न व्यवस्थाओं में श्रीसंघ, महिला मण्डल, बहु मण्डल ने सहभागिता दिखाई। कार्यक्रम के पश्चात धर्म प्रभावना वितरित की गई।
चातुर्मास समापन के अवसर पर आगामी 3 वर्ष के लिए अध्यक्ष के रुप में जवाहर मुथा का चयन वर्तमान विश्वस्थ क़ायम रखकर किया गया।
साथ ही उनका संघ की ओर से साध्वीवृन्द की निश्रा में बहुमान भी किया। सुभाष ललवानी ने बताया कि चातुर्मास काल में सेवा एवं सहयोग देनेवाले कर्मियों का भी सम्मान किया गया। संघपरिवार के सभी सदस्य चंदनबाला, ब्राह्मी सुशील बहु मंडल, गुरुआनंद प्रार्थना मंडल का धन्यवाद ज्ञापित किया गया।