चेन्नई. साहुकारपेट तेरापंथ सभा के तत्वावधान एवं मुनि ज्ञानेंद्र कुमार आदि के सान्निध्य में तेरापंथ जैन विद्यालय में पर्यूषण पर्व का पहला दिन संयम दिवस के रूप में मनाया गया। मुनि ने कहा पर्यूषण पर्व की परम्परा आदि काल से चली आ रही है।
यह न केवल भारत बल्कि विदेशों में भी मनाया जाता है। इस पर्व के मनाने का उद्देश्य है प्रत्येक व्यक्ति में आध्यात्मिक जागरण हो। हर चेतना आत्मिक विकास के उच्च शिखर को स्पर्श करे। पूरे वर्षभर में हुई त्रुटियों को साफ कर मन की गांठ खोले और प्रेम, मैत्री और क्षमा की धारा बहाए।
मुनि ने कहा जीव को मुक्ति की शुरूआत सम्यग बोध, सम्यग ज्ञान से होता है। सम्यग बोध होते ही आत्मा ऊघ्र्वगति की ओर गमन करती है। मुनि विनित कुमार ने काल चक्र एवं तीर्थंकर परम्परा के बारे में बताया व खाद्य संयम पर विचार प्रकट किए।