शांतिदूत, महातपस्वी आचार्य श्री महाश्रमण जी के सुशिष्य मुनिश्री रमेश कुमार जी ठाणा-2 के सान्निध्य में पर्युषण पर्व, संवत्सरी महापर्व और मैत्री दिवस का भव्य आयोजन हुआ। पर्युषण पर्व पर एक सप्ताह नमस्कार महामन्त्र का अखंड अनुष्ठान । हजारों उपवास, सैकड़ों तेला सैकडों पौषध अट्ठाई आदि अनेक प्रकार की तपस्या भी हुई ।
संवत्सरी पर्व प्रात:8:30 से 4:30 तक प्रवचन हुआ। मुनि रमेश कुमार जी ने भगवान महावीर के कैवल्य प्राप्ति के बाद चातुर्मास , चंदनबाला, अन्य उपसर्गों का उल्लेख करते हुए ।
भगवान महावीर के अवदानों की चर्चा की ।
सुधर्मा स्वामी से लेकर आचार्य श्री महाश्रमण जी तक की जैन तेरापंथ पट्टावली के रोचक प्रसंग सुनायें ।
मुनि सुबोध कुमार जी ने भगवान महावीर के साधना के उपसर्गों के प्रसंग, भगवान की तपस्या, ध्यान साधना के बारे में रोचक जानकारी दी ।
जैन परम्परा के कुछ प्रभावशाली आचार्य के जीवन प्रसंग भी सुनायें ।
आज प्रात: मैत्री दिवस का आयोजन हुआ । ट्रिप्पलिकेन ट्रस्ट के मैनेजिंग ट्रस्टी गौतम जी सेठिया ने चैन्नई में प्रवासित संतों से , उपस्थित जन समुदाय से खमतखावणा करते हुए इस चातुर्मास के हुयें कार्यक्रमों की जानकारी दी ।
ट्रस्ट के मंत्री सुरेश जी संचेती ने ट्रस्ट की ओर से व्यवस्था आदि में कोई कमी रही हो तो इस अवसर सभी से क्षमायाचना की । सम्पत जी चौरडिया ने चैन्नई की सभी संस्थाओं की और से खमतखावणा की, माणक चन्द जी बोहरा ने ज्ञानशाला की से क्षमायाचना की । तेरापंथ महिला समाज की ओर से मैत्री गीत प्रस्तुत किया गया ।
संप्रसारक और पर्युषण की आयोजन संस्था
जैन श्वेताम्बर तेरापंथी ट्रस्ट ट्रप्लीकेन चैन्नई