चेन्नई/गंगावती 31.08.2022 ; आचार्य श्री महाश्रमणजी के आध्यात्मिक निर्देशन में पर्यूषण पर्वाराधना करवाने के लिए पधारे उपासकजी स्वरूप चन्द दाँती (चेन्नई) एवं शोभागमल सांड (कडलूर) के निर्देशन में तेरापंथ सभा भवन, गंगावती (कर्णाटका) में पर्युषण पर्व मनाया गया।
संवत्सरी महापर्व पर भगवान महावीर के जीवन चरित्र का वाचन करते हुए उपासकजी स्वरूप चन्द दाँती ने धर्म सभा को कहा कि व्यक्ति को अपने मूल लक्ष्य मोक्ष प्राप्ति के लिए आध्यात्मिक कार्यों में गतिशील होना चाहिए। भौतिकता की चकाचौंध में रहते हुए भी ममत्व भाव को कम कर समत्व भाव में आरोहण करना चाहिए। श्रावक जीवन के बारह व्रतों को अंगीकार कर हिंसा के अल्पीकरण की ओर बढ़ सकते हैं। उपासकजी शोभागमल सांड ने संवत्सरी महापर्व की महत्ता बताते हुए धार्मिक करणी में रत रहने का कहा। तेरापंथ सभा अध्यक्ष राकेश जी चौपड़ा ने बताया कि उपासकजी के द्वारा पिछले आठ दिनों में धर्म की गंगा बहा रहे है। आपने प्रथम दिन से जहां तीर्थंकर चरित्र से हमें अवगत करवाया, वहीं आपने दान और दया का विषद विवेचन किया। अतिमुक्तक के आख्यान के साथ तेरापंथ धर्म संघ के विशिष्ट मुनियों, श्रावकों के बारे में बताया। आपने तत्व ज्ञान के साथ जीवन को धर्मतत्व से ओत:प्रोत करवाया।
कोषाध्यक्ष महावीर बागरेचा ने बताया कि उपासकजी के निर्देशन में प्रतिदिन शाम को धर्म सभा पापकार्यों के अतिक्रमण से दूर होने के लिए प्रतिक्रमण करती। नियमित दिन में नमस्कार महामंत्र का अखण्ड जाप चला। श्री अजितराज सुराणा ने बताया कि उपासकजी के निर्देशन में प्रातःकालीन प्रार्थना, सुबह का प्रवचन, दोपहर को तत्व ज्ञान, बारह व्रत की कक्षा, रात्रि को प्रतिक्रमण के बाद विविध विषयों पर जानकारी दी गई। प्रिंयका सुराणा, रुचिका कोचर, सुश्री डोली इत्यादि ने भी अपने विचार रखे। लगभग 5 घण्टे चला कार्यक्रम संघ गान, वृहद मंगलपाठ के साथ सम्पन्न हुआ। लगभग 30 भाई बहनों ने आज के दिन पौषध किया। पांच, तीन, बेलों के साथ अनेकों भाई बहनों ने आज उपवास का प्रत्याख्यान किया। महिला मण्डल, युवक परिषद्, ज्ञानाशाला परिवार ने प्रतिदिन अपनी सहभागिता निभाई।
स्वरुप चन्द दाँती
मीडिया प्रभारी
श्री जैन श्वेताम्बर तेरापंथ ट्रस्ट, माधावरम्
सहमंत्री
अणुव्रत समिति, चेन्नई