अन्तरराष्ट्रीय महिला दिवस के मद्देनजर परिवार और व्यापार में तालमेल कार्यक्रम आयोजित
अभातेममं राष्ट्रीय अध्यक्षा ने डिप्टी कमिश्नर श्रीमती लावण्या को प्रदत्त किया प्रेरणा सम्मान
सेलम – अखिल भारतीय तेरापंथ महिला मंडल के तत्वावधान में सेलम महिला मंडल द्वारा साध्वीश्री डॉ. गवेषणाश्रीजी ठाणा 4 के सान्निध्य एवं राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमती नीलमजी सेठिया की गरिमामय उपस्थिति एवं राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य श्रीमती मंजूलाजी डूंगरवाल एवं श्रीमती शालिनीजी लूंकड की मौजूदगी में अन्तरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया गया।
राष्ट्रीय अध्यक्ष का स्वागत ‘परचम लहरा दो’ गीत से अति सुंदर तरीक़े से किया। कार्यक्रम की शुरुआत साध्वी वृंद द्वारा नवकार महामंत्र के उच्चारण से की गई। शासनमाता द्वारा रचित गीत ‘हो संकल्प सत्य, शिव, सुंदर’ का संगान किया गया। अध्यक्षा श्रीमती सुनीता बोहरा द्वारा सभी आगंतुकों का स्वागत करते हुए स्वागत भाषण दिया गया। आज के कार्यक्रम की मुख्य अतिथि डिप्टी कमिश्नर श्रीमती लावण्या किसी कारणवश ना आने पर उनकी तरफ से क्राइम ब्रांच की स्पेशलिस्ट श्रीमती सूर्या मुख्य अतिथि के रुप में उपस्थित रही। सेलम महिला मंडल ने राष्ट्रीय अध्यक्षा के हाथों डीसी लावण्याजी को प्रेरणा सम्मान प्रदान किया।
साध्वी मेरुप्रभाजी एवं साध्वी दक्षप्रभाजी द्वारा गायी गीतिकाओं ने सभी को प्रेरित किया। सेलम तेरापंथ महिला मंडल की व्यवसायिक बहनों का सम्मान किया गया व साथ ही उन सभी बहनों ने अपने अनुभवों का साझा करते हुए अपने व्यवसाय की विस्तृत जानकारी दी। श्रीमती नीलमजी सेठिया ने व्यवसायिक बहनों का उत्साह बढ़ाने हेतु प्रेरित किया।
कार्यक्रम के दूसरे चरण तालमेल (परिवार एवं व्यापार) कार्यशाला का आयोजन किया गया। यह कार्यशाला राष्ट्रीय अध्यक्ष द्वारा बहुत ही आकर्षक तरीके से ली गई। उन्होंने Family, Health, Emotion, Stress, Management आदि को महत्वपूर्ण बताते हुए हर सिचुएशन में दिमाग के तारों को खोलने पर जोर दिया।
साध्वी डॉ. गवेषणाश्री जी द्वारा तालमेल हेतु मंगल उद्बोधन प्रेषित किया। उनके द्वारा तालमेल हेतु Be Happy बनाओ BP मत बढ़ाओ की प्रेरणा दी गई। परिवार को साथ लेकर चलना एवं परिवार को खुश करके आगे बढ़ने पर जोर दिया।
महिला- जिसके इरादों को कोई हिला नहीं सकता
साध्वी मयंकप्रभाजी ने महिला दिवस और तालमेल पर बहुत ही सुंदर शब्दों से अभिव्यक्ति दी। नारी (ना+आरी) शस्त्र बिना, महिला (जिसके इरादों को कोई हिला नहीं सकता) स्त्री (स्वयं उद्गाता) साथ ही नारी सृष्टि की एक अनुपम कृति है आदि तथ्यों से नारी की विशेषताओं को उजागर किया।
धन्यवाद ज्ञापन श्रीमती नीतूजी सेठिया द्वारा दिया गया। कार्यक्रम का कुशल संचालन श्रीमती समताजी डूंगरवाल द्वारा किया गया। कार्यक्रम को संपादित करने में मंत्री सरिता चोपड़ा एवं प्रोजेक्ट हेड श्रीमती आशाजी डूंगरवाल एवं श्रीमती संतोषजी दानी का विशेष सहयोग रहा। तेरापंथ सभा, युवक परिषद तेरापंथ ट्रस्ट आदि के सदस्यों की सराहनीय उपस्थिति रही।
समाचार सम्प्रेषक – स्वरूप चन्द दाँती