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ज्ञान वाणी

पटाखे जलाने से आठ प्रकार के कर्म बनते हैं

 

 

1) कागज – जलती हुये अक्षर से

 

: ज्ञानावरणीय कर्म

 

2)जीवित प्राणियों का अंग विच्छेदन से

 

: दर्शनावरणीय कर्म

 

3) प्राणियों को कष्ट पीड़ा से

 

: अशात वेदनिय कर्म

 

4) पटाखे फोड़ने का आनंद लेने से

 

: मोहनिया कर्मा

 

5)पटाखों से जीवो का विनाश होने से

 

: तिर्यंच के नरकायु

 

6) प्राणि जीवो के शरीर के नाश से

 

: अशुभ नाम कर्म

 

7) फूटते पटाखे का अहंकार करने से

 

: निचगोत्र कर्म

 

(8) जीवो की शांति भंग करने से

 

: अंतराय कर्म

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