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निज पद में  स्थिर होने के लिये करनी नवपद साधना

निज पद में   स्थिर होने के लिये  करनी नवपद साधना

*☀️प्रवचन वैभव☀️*

 

*🪷 सद् उपदेशक:🪷*

*युग प्रभावक कृपाप्राप्त*

मुनि श्रीवैभवरत्नविजयजी म.सा.

✒️

8️⃣1️⃣

🤍

*401)*

निज पद में

स्थिर होने के लिये

करनी नवपद साधना..!

नवपद सानिध्य में रहेंगे

तो दोषों से सुरक्षित रहेंगे.!

*402)*

*_नवपद_*

*_आराधना से_*

*_सिद्धों के परिवार में_*

*_प्रवेश प्रशस्त होता है.!_*

*403)*

वही दोषमुक्त बनेगा,

जो दोषदृष्टि को छोड़ेगा..

*404)*

*जितनी विशाल भावना*

*उतना भव्य पुण्योदय होगा.!*

*405)*

शासन की

उपासना के बिना

कर्ममुक्ति

असंभव है इसलिए

परमात्मा की भावना

सवि जीव करूं शासनरसी हैं.!

*(श्री ओलीजी पर्व प्रवचन)*

 

*🦚श्रुतार्थ वर्षावास 2024🦚*

 

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