तेयुप द्वारा आयोजित मंत्र दीक्षा का कार्यक्रम
अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद् के तत्वावधान में तेरापंथ युवक परिषद् चैन्नई की आयोजना में आचार्य श्री महाश्रमणजी के सुशिष्य मुनि श्री रमेशकुमार के सान्निध्य में मंत्र दीक्षा का आयोजन तेरापंथ भवन ट्रिप्लीकेन में किया गया।
8 से 11 वर्ष के बच्चों को नमस्कार महामंत्र से मंत्र दीक्षा प्रदान करवाते हुए मंत्र दीक्षा का महत्व बताते हुए मुनि रमेश कुमार ने कहा कि भारतीय धर्म संस्कृति में दीक्षा का अपना महत्व है। नमस्कार महामंत्र में अचिंत्य शक्ति है। इससे विघ्न बाधाएं दूर होती है। सभी को प्रतिदिन कम से कम 27 बार जाप अवश्य करना है। मंत्र दीक्षा से धार्मिक संस्कार पुष्ट होते हैं। बच्चों में धार्मिक संस्कार देने का उपक्रम मंत्र दीक्षा है। आपने सभी बच्चों को मंत्र दीक्षा के संकल्प कराये।
इससे पूर्व मुनि रमेशकुमार के महामंत्रोच्चारण से कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। वरिष्ठ श्रावक श्री मदनलाल मरलेचा ने “अर्हं अर्हं की वंदना फलै” गीत से मंगलाचरण किया। तेयुप के उपाध्यक्ष मुकेश नवलखा ने सभी का स्वागत किया। मंत्र दीक्षा किट मुनि श्री को निवेदन कर बच्चों को वितरित की गई। इस कार्यक्रम के प्रायोजक रणजीतमल अक्षय ध्रुव छल्लाणी रहे।
इस अवसर पर अभातेयुप एटीडीसी राष्ट्रीय प्रभारी भरत मरलेचा, तेयुप सहमंत्री सन्तोष सेठिया, दीपक कातरेला, हरीश भंडारी, दिनेश मुथा, नवीन बोहरा आदि के अलावा तेरापंथ सभा अध्यक्ष श्री विमल चिप्पड़, जैन श्वेतांबर तेरापंथी ट्रस्ट ट्रिप्लीकेन के प्रबन्धन्यासी श्री गौतमचन्द सेठिया सहित सैकड़ों लोग उपस्थित थे। तेयुप मंत्री दिलीप भंसाली ने मंत्र दीक्षा कार्यक्रम का कुशलता पूर्वक संचालन किया।
विभागाध्यक्ष : प्रचार – प्रसार
आचार्य श्री महाश्रमण चातुर्मास व्यवस्था समिति