चेन्नई. साहुकारपेट स्थित जैन स्थानक में धर्म सभा को संबोधित करते हुए साध्वी विजयलता ने कहा मनुष्य को धर्म के कार्य करने में कभी देरी नहीं करनी चाहिए। धार्मिक कार्य करने में अनंत सुख की प्राप्ति होती है। अंत में हमारे कर्मों का हिसाब हमें देना ही होगा।
इस अटल सत्य को स्वीकार कर जीवन में धर्म, ध्यान, दान, पुण्य, मानव सेवा के कार्य करते रहना चाहिए तभी जीवन सफल माना जाएगा। परमात्मा की वाणी अटल सत्य है उसी में संसार के सभी दुखों के निवारण का राज छुपा है। परमात्मा ने जो कुछ हमें दिया है उसी में हमें संतुष्ट होकर अपने से छोटे लोगों का ध्यान रखना चाहिए।
साध्वी प्रज्ञा ने आचार्य आनंदऋषि के पुण्य स्मृति दिवस पर उनके जीवन से प्रेरणा लेने की बात कही। महापुरुषों का दिवस हमें हमारे जीवन में अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाने वाला दिन होता है। इस अवसर पर हमें लाभ उठाकर जीवन के अंतिम लक्ष्य मोक्ष की ओर आगे बढऩा चाहिए।
साध्वी भगवंत के तत्वावधान में आचार्य रोडजी स्वामी का पुण्य स्मृति दिवस नमोत्थुणम जाप, गुणानुवाद सभा के साथ मनाया जाएगा। सभा में संघ अध्यक्ष आनंदमल छलाणी और अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे। संचालन मंत्री मंगलचंद खारीवाल ने किया।