चेन्नई. नई धोबीपेट जैन भवन में विराजित साध्वी साक्षीज्योति ने कहा संसार में धर्म शाश्वत और धन अशाश्वत है। एक धर्म पर विश्वास रखने से संसार की हर शाश्वत चीज मिल सकती है।
इसके विपरीत धन पर आस्था रखने पर व्यक्ति घाटे में ही रहता है। धन कभी भी उसका अपना नहीं बन पाता है। जैसे छाया सुबह से शाम तक स्थान बदलती रहती है, उसी प्रकार धन भी स्थायी नहीं रह सकता है।
धन-दौलत एक जन्म भी साथ नहीं रहती जबकि धर्म हमेशा आपके साथ रहेगा। जन्म मरण सवार देता है। संघ के उपमंत्री ललित मकाना ने संचालन करते हुए कहा कि रविवार को बच्चों का शिविर और सामूहिक दया कार्यक्रम का आयोजन होगा।