हावड़ा. देसी गाय पवित्र ही नहीं, बल्कि सैकड़ों रोगों का क्षरण करने वाली भी है। यदि कोई देसी गाय का रोजाना मूत्र सेवन करता है तो उसे कैंसर सहित 174 रोगों से निजात मिल सकती है। मूत्र पीने के एक घंटे पहले और बाद में कुछ भी नहीं सेवन नहीं करना चाहिए। सावन महीने में दूध तो भादव में छाछ नहीं पीना चाहिए।
7 दिवसीय गो कृपा महोत्सव के रजत जयंती समारोह के चौथे दिन शुक्रवार को श्रद्धा गोपाल दीदी ने गौ भक्तों को सम्बोधित करते हुए ये उद्धगार व्यक्त किए। आयोजक केशरदेसर जाटान गोशाला सेवा समिति (बीकानेर) और संचालक माहेश्वरी सेवा परिषद के तत्वावधान में हावड़ा के लक्ष्मी विलास गार्डेन, हावड़ा हाउस में 14 जनवरी तक चलने वाली गौ कथा में साध्वी ने कहा कि पारम्परिक त्योहार होली व दिवाली को पूरे उत्साह व उमंग के साथ मनाना चाहिए।
होली में रंग जरूर खेलें और दीपावली में पटाखे जरूर चलाएं। इसके लिए भले ही कोई कुछ भी क्यों न करें। साध्वी ने कहा कि यदि गाय को 20 मिनट तक सहलाया जाए तो ब्लडप्रेशर नार्मल हो जाता है चाहे वह हाई प्रेशर हो या फिर लो हो।
विशिष्ट अतिथि इंद्रकुमार मोहता, श्रीकिशन बाहेती, मगन लाल मूदंड़ा, देवचन्द मूदंड़ा अतिथि के रूप में उपस्थित थे। विशिष्ट जनों में हनुमान दास मूंदड़ा, बंशीलाल बाहेती, हनुमान प्रसाद बाहेती, मनोज झंवर, हनुमान करनानी, शशिकान्त राठी, बलदेव लड्ढा आदि की उपस्थिति उत्साहवद्र्धक रही।
कार्यकर्ता के रूप में प्रयाग चंद चाण्डक, सुनील चाण्डक, दूली चंद मोहता, दूली चन्द चाण्डक, रामकिशन चाण्डक, उत्तम चाण्डक, इंद्र चन्द्र चाण्डक, ओमप्रकाश चाण्डक महेश मूंदड़ा, मनोज मल्ल, बुलाकी दास डागा, घनश्याम करनानी, मदन सोमानी, पंकज राठी, नरेन्द्र मूंदड़ा आदि सैकड़ों कार्यकर्ताओं की सक्रिय भूमिका रही।
कार्यक्रम का संचालन रमेश राठी ने किया। मौके पर हजारों समाजजनों की उपस्थिति सराहनीय रही।