चेन्नई. साहुकारपेट के जैन स्थानक में विराजित जयधुरंधर मुनि ने कहा अच्छे भविष्य के लिए प्रत्येक मनुष्य को अपने मन में अपने साथ दूसरों के प्रति भी अच्छी भावना रखनी चाहिए।
दुनिया के स्वरूप को पहचानने और उसके अनुरूप आगे बढऩे का प्रयास ही जीवन को अच्छे मार्ग पर पहुंचाने का कार्य करती है। दुनिया में दुखों की कमी नहीं है इसे अगर छोड़ सके तो छोड़ देना चाहिए। मोह माया में फंस कर मनुष्य अपने जीवन को नर्क के मार्ग पर आगे बढ़ा रहा है।
उन्होंने कहा कि किसी भी अच्छे कार्य की शुरूआत आज से होती है अगर उसकी शुरूआत आज नहीं हुई तो कभी नहीं हो पाएगी। उन्होंने कहा कि साधु संतो का प्रवचन मनुष्य को अच्छे मार्गो पर ले जाने के लिए होता है।
इन मौको का लाभ उठा कर जीवन में बदलाव कर लेना चाहिए। प्रत्याखमण से मनुष्य अपने जीवन के दुखों को मिटा सकता है। प्रतिक्रमण से प्रायश्चित कर मनुष्य मोक्ष की प्राप्ति कर लेता है।
रविवार को सामायिक और एकासणा के साथ जयमलमुनि का 223वां पुण्यस्मृति दिवस मनाया जाएगा। धर्म सभा का संचालन मंत्री मंगल चंद खारीवाल ने किया।