दुर्ग में भाई ने बहनों के रक्षा के संकल्प के साथ सामूहिक रक्षाबंधन हर्ष और उल्लास के वातावरण में जय आनंद मधुकर रतन भवन बांधा तालाब दुर्ग में मनाया गया।
संत गौरव मुनि जी ने जैन विधि विधान के साथ भाई-बहनों के रक्षा का संकल्प दिलाते हुए बहनों ने भाइयों की कलाई में जैन विधि विधान से राखी बांधी और भाइयों ने बहनों का जीवनभर रक्षा करने का संकल्प दोहराया।
9 भाइयों ने बहनों को चांदी की मंत्र अभीमंत्रीत अंगूठी पहनाई
आज रक्षाबंधन के कार्यक्रम के दौरान भाई-बहनों ने जीव रक्षा जीव दया के लिए राशि का संग्रहण किया। आज 9 अंगूठी की धर्म सभा में बढ़-चढ़कर बोली लगाई गई। भरत श्रीश्रीमाल, प्रशांत चौरड़िया, सुरेश संचेती, जोधपुर नवीन संचेती, विजय बैधमुथा,राकेश संचेती, प्रवीण ओसवाल और निर्मल बाफना को चांदी की अंगूठी गुरुदेव रतन मुनि के हाथों प्रदान की गयी।
संग्रहित इस धनराशि का जीव दया के कार्य में श्रमण संघ महिला मंडल इस राशि का उपयोग करेगा।
संत गौरव मुनि ने जैन ग्रंथों से कराया भाई-बहनों का अनुष्ठान
भक्तांबर, उत्तराअध्यन, दसवे कालिक, पुचक्षिसुणम के श्लोक का अनुष्ठान कराया जो कि रक्षा वर्धक, ज्ञानवर्धक और समता प्राप्ति के लिए महत्वपूर्ण रुप से रूप से काम आता है। इस श्लोक का प्रतिदिन जा अनुष्ठान करने से भाई-बहनों के संबंध में मधुरता एवं प्रगाढ़ता आती है।
आज के आयोजन में प्रभावना के लाभार्थी मदनलाल राजेंद्र कुमार अनिल कुमार सुनील कुमार श्री श्री माल परिवार थे। श्रमण संघ महिला मंडल की सदस्यों ने अपना सहयोग समर्पण किया।