हमारे भाईन्दर में विराजीत उपप्रवृत्तिनि संथारा प्रेरिका सत्य साधना ज गुरुणी मैया आदि ठाणा 7 साता पूर्वक विराजमान हैl वह रोज हमें प्रवचन के माध्यम से नित नयी वाणी सुनाते हैं, वह इस प्रकार हैंl
बंधुओं जैसे कि जीवन के अनोखे दाव कभी धुप कभी छांव दुनिया में ऐसा कौन है जिसे जीवन में दुख और सुख का सामना न करना पड़ता हूंl दुनिया में कोई भी ऐसा नहीं है जिसे लाभ ही लाभ मिलता हो और कभी नानी का सामना न करना बड़ा होl हर व्यक्ति को अपने जीवन में हानि लाभ सुख दुख यश अभ्यास जन्म मरण सभी प्रकार की परिस्थितियों का सामना करना पड़ता हैl जो सूर्य उगता है अस्त भी होता है जो फूल खिलता है वह मुरझा जाता भी हैl
जहां-जहां सही होंगे वहां वहां भी योग है जहां-जहां जन्म है वहां वहां मरण हैl जहां लाभ है वहां हानी भी हैl जहां सम्मान है अपमान की भी संभावना हैl अगर इस पृकतिके मर्म को समझ ले या सब कुछ परिवर्तनशील है तो व्यक्ति दो विपरीत बातों से मुक्त हो जाता है हर हाल में मस्त रहना सीख जाता हैl
आज हमारे यहा बहुत बड़ा प्रश्न मंच रखा हैl उसमें 70 से भी अधिक टीम में पार्टिसिपेट कर रही हैं तब भी चल रहे हैं एवं नवग्रह के जाप भी चल रहे हैंl भक्तांबर भीजाप चल रहे हैं एवं धर्म ज्ञान का गंगा बहती हैl ई नहीं शुभ भावो के साथ एवं हमारे यहां पर मेवाड़ महिला मंडल का कल अधिवेशन भी हुआ था उसमें 2500 बहिनों ने भाग लियाl
जय जिनेंद्र, जय महावीर, कांता सिसोदिया, भाईंदर🙏🙏