राष्ट्रसंत पूज्यश्री डॉ वसंतविजयजी म.सा. की पावन निश्रा में नवरात्रि पर..
कृष्णगिरी में विश्व स्तरीय मां के चमत्कारिक अनुभवों के साथ सम्पन्न हुआ ऐतिहासिक महापूजनदान का आयोजन
कृष्णगिरी। विश्व शान्तिदूत, कृष्णगिरी शक्तिपीठाधीपति, राष्ट्रसंत परम पूज्य गुरुदेव श्रीजी डॉ वसंत विजय जी महाराज साहेब की दिव्य पावन निश्रा में विजयदशमी का पर्व कृष्णगिरी स्थित मां पद्मावती के शक्तिपीठ तीर्थधाम में ऐतिहासिक रूप से वृहद स्तर पर 3501 कन्या–सुहागिनों के महा पूजन दान कार्यक्रम के साथ संपन्न हुआ।
कृष्णगिरी जिले के अनेक गांवों कस्बों से एकत्रित इन मां स्वरुप में आई हज़ारों सर्व धर्म समाज की महिलाओं को पूज्य गुरुदेव द्वारा मांस, मदिरा व नशा त्याग करने के संकल्प के साथ यह नवरात्रि विशेष महादान पूजन कार्यक्रम आयोजित हुआ। तीस लाख रुपए के अन्नदान, ब्लैंकेट, श्रृंगार सामग्री व ब्लाउज पीस सहित विविध सामग्री सुहागिन महिलाओं को वितरित की गई।
लक्ष्यप्राप्ति नवरात्रि महोत्सव के तहत बुधवार सुबह मां पद्मावतीजी का दुग्धाभिषेक कार्यक्रम सुचारु रुप से हुआ तथा शाम के सत्र में हवन यज्ञ में आहुतियां दी गई। इस दौरान पूज्य गुरुदेवश्रीजी ने अपने अमृतमयी संबोधन में कहा कि मां को पाने का सबसे सरल मार्ग है मां को निष्काम भाव से प्रेम करें। अनेक स्वरूपों में सुहागिनों के पूजन दान कार्यक्रम को कुलदेवी, इष्ट देवी एवं मां पद्मावतीजी की प्रसन्नता के साथ निश्चित आशीर्वाद प्राप्त होने की बात उन्होंने कही।
डॉ वसंतविजयजी महाराज ने कहा कि जब हम पूरी तरह से तन्मय होकर अपनी शांति और पवित्रता की रक्षा करते रहेंगे तो निश्चित ही मां दर्शन देती है। इस मौके पर देवी मां का आह्वान करते हुए उपस्थित हजारों श्रद्धालुओं को विभिन्न प्रकार की सुगंध क्रमशः गुलाब, चंदन, मोगरा इत्यादि की खुशबू का अतिदिव्य अहसास कराया। यही नहीं, पूज्य गुरुदेव के यूट्यूब चैनल थॉट योगा पर लाइव देखने वालों को भी इस अद्भुत कृपा का चमत्कारिक अनुभव हुआ। उन्होंने कहा कि इस धरा की समस्त शक्तियां रखने वाली कृष्णगिरी वाली मां पद्मावतीजी रंक को पल भर में राजा बना देती है।
वे बोले, जो मां की शक्ति को नहीं समझते वह दुख में डूबे रहते हैं और जो उसे अनुभव कर लेते हैं वे मुक्ति सुख को पाते हैं। वचनसिद्ध एवं सर्वधर्म दिवाकर संतश्री डॉ वसंत विजय जी महाराज ने यह भी कहा कि व्यक्ति की क्षमता और योग्यता के अनुसार मां अवसर देती है, सही समय पर मां को पहचान लेना चाहिए और उसकी भक्ति में लग जाना चाहिए। पूज्य गुरुदेव ने कहा कि श्री आदिशक्ति जगत जननी मां पद्मावतीजी में एक ऐसी शक्ति है जिनकी नजरें किसी का अनदेखा नहीं करती। कार्यक्रम का सीधा प्रसारण थॉट योगा पर लाइव प्रसारित किया गया। रात्रि में हजारों दीपों से मां की सामूहिक महाआरती की गई।