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तप- त्याग के साथ मनाया गया विनयमुनि ‘वागीश’ का जन्मोत्सव

तप- त्याग के साथ मनाया गया विनयमुनि ‘वागीश’ का जन्मोत्सव
श्री एस एस जैन संघ माम्बलम के तत्वावधान व श्रमण संघीय उपप्रवर्तक महाश्रमण पूज्य श्री विनयमुनि ‘वागीश’ पूज्य श्री गौतनमुनि जी म. सा. *गुणाकर* आदि ठाणा 5 के सान्निध्य में उपाध्याय कन्हैयालालजी म.सा. *कमल* का पुण्य स्मृति दिवस एवं उपप्रवर्तक पूज्य श्री विनयमुनि म.सा. *वागीश* का 68 वा अवतरण दिवस तप-त्याग एवं परोपकार कार्यों के साथ हर्षोल्लास से बर्किट रोड स्तिथ माम्बलम जैन स्थानक में मनाया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ सभी श्रावक-श्राविकाओं द्वारा सामूहिक नवकार महामंत्र जाप से किया गया।  तत्व चिंतक पूज्य सागरमुनिजी म. सा. ने अपने उदबोधन में मुनिश्री का संशिप्त में परिचय रखते हुए उन्हें एक सरल स्वाभावि महान गुरु बताया।
 श्री एस एस जैन महिला मंडल व श्री पारसमल नाहर से स्वागत व सुन्दर स्तवन प्रेषित किया। 
पूज्य श्री गौतनमुनि ‘ गुणाकर ‘ ने  गुणनवाद करते हुए बताया कि पूज्य श्री विनयमुनि म. सा. ने अपने गुरु की वर्षों तक ऐसी सेवा की है जिसे शायद एक पुत्र भी अपने पिता की नहीं कर सकता।उन्होंने कहा कि मुनिश्री श्रमण संघ व जिन शासन के एक प्रबल पुरुषार्थी सन्त रत्न व महापुरुष है जो पिछले 50 वर्षों से जैन धर्म व जिन शासन की महती प्रभावना कर रहे हैं।
माम्बलम संघ के उपाध्यक्ष व मंच संचालक डॉ उत्तमचन्द गोठी ने गुरुभगवंतों व आगन्तुक सभी महानुभावों का स्वागत -अभिनंदन करते हुए  मुनिश्री के व्यक्तित्व व कृतित्त्व  पर प्रकाश डाला व विनयमुनी वागीश को आगम मर्मज्ञ सरल स्वाभावी मिलनसार और उच्च कोटि का सन्त रत्न बताया । माम्बलम श्री संघ की तरफ से मुनिश्री के स्वस्थ व दीर्घायु जीवन की मंगल कामनाएं करते हुए उन्हेंबधाई प्रेषित की।
विनयमुनि ‘वागीश’ ने अपने जमोत्सव प्रसंग पर सभी गुरु भगवन्तों एवं कार्यक्रम में पधारें सभी  श्रावक-श्राविकाओं को साधुवाद ज्ञापित किया।
इस मौक पर कई परोपकार एवं अनाथ आश्रम व वृद्धाश्रम में अन्न दानं का कार्यक्रम भी आयोजित किया गया। कार्यक्रम में चेन्नई महानगर के कई उपनगरों के श्रद्धालु भक्त-जनों ने अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई।कार्यक्रम में माम्बलम श्री संघ के सभी सदस्यों व एस एस जैन महिला मंडल का विशेष सहयोग रहा।

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