कंठी तप अनुमोदना कार्यक्रम
साहुकारपेट, चेन्नई : – साध्वी अणिमाश्री के सान्निध्य में साध्वी कर्णिकाश्री के “कंठी तप अनुमोदना एवं अभ्यर्थना कार्यक्रम” तेरापंथ सभा भवन में मनाया गया।
साध्वीश्री ने अपने प्रेरणादायी उद्बोधन में कहा चातुर्मास के समय जिनशासन गगनांगण में तप के चाँद सितारे चमकने लगते हैं। इस मिट्टी से तप की भीनी-भीनी सुगंध फूटने लगती है। मन की कोयल तप की तान सुनाती है। चारों तरफ तप की बहार आ जाती है। तप की सुर-सरिता बहने लगती है। इसके अनुकूल मौसम व समय को देखकर तपस्वीयों का संकल्प परवान चढ़ जाता है और वह अपने दृढ़ संकल्प से नए इतिहास का सृजन कर लेता हैं।
साध्वी कर्णिकाश्रीजी ने अपने आत्मबल, मनोबल एवं संकल्पबल से कंठी तप की तपस्या की है। गुरुकृपा एवं श्रद्धेया महाश्रमणीजी के आशीर्वाद से ही इनका तप सानन्द संपन्न हुआ है।
साध्वी कर्णिकाश्रीजी हर कार्य में दक्ष एवं कार्यकुशल साध्वी है। लगभग 24 वर्षों से मेरे साथ है। मेरे साथ इन्होंने अच्छा विकास किया है। तप के प्रति अच्छी रुचि है। कार्य-दक्षता, तप की अभिरुचि बढ़ती रहे। मंगलकामना ।
कठी तप साधिका साध्वी कर्णिकाश्री ने कहा मेरे कंठी तप की सानंद संपन्नता का सम्पूर्ण श्रेय श्रीचरणों में अर्पित करती हूँ। प्रखर वैदुष्य संपन्न, वात्सल्य की मंदाकिनी, कुशल प्रेरिका साध्वी अणिमाश्रीजी का आत्मीय भाव, अनपार सहकार इस तप में योगभूत बना है। सभी साध्वीयों ने अच्छा सहयोग दिया है। मैं सबके प्रति हार्दिक कृतज्ञता ज्ञापित करती हूँ|
श्रद्धेया महाश्रमणीवरा के ऊर्जामय संदेश से मेरे भीतर नई ऊर्जा का संचार हुआ। अनेक अग्रणी साध्वीयों के संदेश प्राप्त हुए। मैसूर से साध्वी मंगलप्रज्ञाजी का संदेश व गीत मिला। सभी के प्रति हार्दिक कृतज्ञता।
साध्वी सुधाप्रभा, साध्वी समत्वयशा, साध्वी मैत्रीप्रभा ने भावपूर्ण गीत के द्वारा तप की अनुमोदना करते हुए कार्ड के साथ सलोना उपहार सजाया। जिसे देखकर पूरी परिषद् हर्षविभोर हो गई। ओम अर्हम् की हर्षध्वनि के साथ साध्वीवृन्द के श्रम का अभिवादन किया। साध्वी मैत्रीप्रभा ने मंच संचालन करते हुए कि मेरी संसार पक्षिया सगी बहिन साध्वी कर्णिकाश्री ने तप के क्षेत्र में कंठी जप कर प्रगति की है। आप निरन्तर बढ़ते रहे एवं तप के नूतन दीप जलाते रहे।
तेरापंथ सभा के निवर्तमान अध्यक्ष विमल चिप्पड़ ने श्रद्धेया महाश्रमणीवरा के संदेश का वाचन किया। सभा मंत्री गजेन्द्र खांटेड, तेयुप मंत्री संतोष सेठिया, महिला मंडल अध्यक्षा श्रीमती पुष्पा हिरण, टीपीएफ अध्यक्ष राकेश खटेड, अणुव्रत समिति अध्यक्ष ललित आंचलिया, सुश्री तितिक्षा, दिशांत, निकिता ढेलड़िया, श्रीमती माणकदेवी सेठिया ने भावों की प्रस्तुति दी। दिलीप, ममता व ढेलडिया परिवार ने गीत का संगान किया। अशोक लूणावत ने मंगलाचरण किया।
स्वरुप चन्द दाँती
प्रचार प्रसार प्रभारी
श्री जैन श्वेताम्बर तेरापंथी सभा, चेन्नई