चेन्नई. साहुकारपेट स्थित जैन भवन में विराजित साध्वी सिद्धिसुधा के सानिध्य में शुरू नवग्रह शांति जाप में शनि जाप हुआ। साध्वी सुविधि ने कहा कि नवग्रह तप में मनुष्य को जितना हो सके तप लेना चाहिए। इससे जीवन के नवग्रह को प्रसन्न किया जा सकता है। अपने गलत कर्मो की वजह से मनुष्य ने सभी ग्रहो को भारी किया है। जब तक तप कर तपेगा नहीं तब तक भारीपन हल्का नहीं हो सकता है।
उन्होंने कहा कि मनुष्य की आत्मा जितनी हल्की होगी उतनी ही ऊंचाई पर जाएगी। तप कर जीवन को हल्का बना लेना चाहिए। जो संतो के चरणो मे तपस्या की भेट लाता है वो ही हमारे लिए सच्ची भैट है,तपस्या से ही चातुर्मास का गौरव बढता है , तप त्याग पत्याखान ही श्रावक की पहचान है ,तपस्या हर एक को अपनी क्षमता अनुसार करनी चाहिए ।
साध्वी समिति ने कहा कि मानुष के जीवन मे अगर किसी चीज की कमी है तो उसके सौंदर्य और कर्मो की निर्जरा की कमी है। कर्म करने से मनुष्य पीछे नहीं हटता है। अच्छे की तुलना में बुरा कर्म बहुत ज्यादा करता है। लेकिन जब सौंदर्य लाने के लिए कर्मो की निर्जरा करने की बात आती है तो पीछे हट जाता है।
अगर कोई जीवन मे सौंदर्य लाने का मार्ग बताये तो उस मार्ग पर चल कर कर्मो को निर्जरा कर लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि मनुष्य के चोले से अन्याय का रंग छूट जाए तो उसका जीवन बदल जायेगा। वर्तमान में लोग सिर्फ अन्याय कर पापों से घिरे हैं। जब तक यह रंग नहीं छूटेगा तब तक सही मार्ग पर नहीं चला जा सकता है। उन्होंने कहा की अन्याय के मार्ग को छोड़ कर न्याय के मार्ग पर बढ़ जाओ अन्यथा जीवन बर्बाद हो जाएगा।
इसी बीच सूरेश चंद कोठारी एंवम किरण देवी कोठारी को उनके तपमय जीवन के लिए यूगल तपस्वी रत्न से अध्यक्ष आनंदमल छलाणी उपाध्यक्ष जेपी ललवानी वी गौतम चंद दुगगड और मदन खाबीया समेत अन्य पधाधिकारियो ने शाल माला मोमेंटो से सम्मानित किया।
घर घर नवकार महामन्त्र के अन्तर्गत शनिवार का जाप मदन लाल रंजीत गादीया नेहरू बाजार मे हूआ।
रविवार को यूवाचार्य महेन्द्र श्रिषी मसा की 53 वी जन्म जयन्ती तप त्याग धर्म आराधना के साथ मनाई जाएगी एवम इस सुअवसर पर दोपहर 1 बजे बच्चो के लिए विशेष कार्यक्रम आदीनाथ क्वीज रहेगी, धर्म सभा मे संपत सिंघवी,सूमेरमल चोरडीया ,चंपालाल संकलेचा समेत अनेक गणमान्य लोग उपस्थित थे । धर्म सभा का संचालन कोषाध्यक्ष एन गौतम चंद दुगगड ने किया।