चेन्नई. मुनि ज्ञानेन्द्र कुमार व मुनि रमेश कुमार साहुकारपेट तेरापंथ भवन में आध्यात्मिक मिलन हुआ। दोनों मुनि तेरापंथ भवन ट्रिप्लीकेन पहुंचे जहां जैन श्वेताम्बर तेरापंथी ट्रस्ट ट्रिप्लीकेन द्वारा तप अभिनंदन कार्यक्रम हुआ जिसमें तपस्यार्थियों का अभिनंदन किया गया।
इस मौके पर मुनि ज्ञानेन्द्र कुमार ने कहा सत्य भगवान है, सत्य लोक में सारभूत है। भगवान महावीर के शिक्षा वचनों को हम जानते हैं। इन वचनों को प्रतिदिन कई अनेक बार बोलें। बोलते-बोलते यह शिक्षा आत्मसात् हो जायेगी व सत्य बोलने में रस आने लगेगा।
सत्य से सम्यक्त्व मजबूत होगा। धर्म, आत्मा, शंका व आकांक्षा जैसे दूषण दूर हो जाते हैं। तपस्या करने से आत्मा शुद्ध होती है। तपस्या करने वालों को सहयोग देने से भी और अनुमोदना करने से भी निर्जरा का लाभ मिलता है। मुनि रमेश कुमार ने कहा तपस्या आत्मशुद्धि का राजमार्ग है।
जो इस मार्ग पर चलते हैं, वे एक दिन मोक्ष रूपी मंजिल प्राप्त करते हैं। तप के साथ जप और ध्यान का भी अभ्यास किया जाये तो तेजस शरीर को जाग्रत किया जा सकता है । मुनि सुबोध कुमार ने संचालन किया।
ट्रिप्लिकेन तेरापंथ ट्रस्ट के मैनेजिंग ट्रस्टी गौतम सेठिया ने ट्रस्ट की ओर से सभी का अभिनन्दन किया। इस अवसर पर तपस्वियों को सम्मान पत्र भेंट किया। तेरापंथ सभा चेन्नई के अध्यक्ष विमल चिंपड ने तपस्या पर साध्वी कनक प्रभा के संदेश का वाचन किया। प्रकाश मूथा ने भी विचार व्यक्त किये।