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तपस्या अमृत का प्याला है : साध्वी अणिमाश्री

तपस्या अमृत का प्याला है : साध्वी अणिमाश्री

अहिंसा दिवस एवं तप अनुमोदना का आयोजन
 

साहुकारपेट, चेन्नई  :-  साध्वी अणिमाश्री के सान्निध्य में तेरापंथ भवन में गुडियातम से समागत श्रीमती जयश्री गीरिया के मासखण एवं चातुर्मासकाल में एकासन के मासखमण करने वाले तपस्वियों की तप अनुमोदना का कार्यक्रम तेरापंथ सभा के तत्वावधान में आयोजित हुआ। साध्वीश्रीजी के सान्निध्य में अणुव्रत समिति के तत्वावधान में अणुव्रत उद्बोधन सप्ताह का अंतिम दिन अहिंसा दिवस के रूप में मनाया गया। साध्वी समत्वमशाजी ने अहिंसा गीत की मंगल संगान के रूप में प्रस्तुति दी।

अणुव्रत समिति अध्यक्ष ललित आंचलिया ने विषय की प्रस्तुति देते हुए कार्यक्रम की सुन्दर संयोजना के लिए सबका आभार व्यक्त किया।  साध्वी अणिमाश्री ने अपने प्रेरक उद्बोधन में कहा जैन धर्म का प्राण तत्व है अहिंसा। अहिंसा को माता कहा जाता है, जैसे मां कभी भी अपने बच्चों का अहित नहीं करती, वैसे ही अहिंसा प्राणी मात्र के लिए हितकारी, श्रेयस्कारी एवं कल्याणकारी है। अहिंसा का व्यावहारिक रूप हमारे जीवन में अवतरित हो, यह अपेक्षा है। अणुव्रत समिति ने बड़े ही व्यवस्थित ढंग से अणुव्रत उद्‌बोधन सप्ताह को मनाया है। अणुव्रत के प्रति लोगों में जागरुकता बढ़ाई है। समिति अच्छा काम करती रहे मंगलकामना। 

साथ्वी श्री ने कहा आज गुडियालम से श्रीमती जयश्री गिरिया मासखमण का तप लेकर आई है। तपस्या अमृत का प्याला है। किस्मत वाला ही इस प्याले को पी सकता है। जयश्री ने अपने मनोबल से, गुरु शक्ति से एवं परिवार के सहयोग से तप रूपी अमृत का पान किया है। गुडियातम हमारा पुर्व चातुर्मासिक क्षेत्र है। हमारे चातुर्मास में छोटे क्षेत्र में भी तप की बहार आई थी। गिरिया परिवार बड़ा परिवार है। तप के क्षेत्र में आगे बढ़ता रहे, ऐसी हमारी शुभकामना है। 

साध्वी कर्णिकाश्री, साध्वी सुधाप्रभा, साध्वी समत्वयशा, साध्वी मैत्रीप्रभा ने तप अनुमोदना गीत के द्वारा तपस्वीयों के तप की वर्षापना की। बारह वर्षीय दक्ष डागा ने एकासन का मासखमण तथा साथ में तेला भी किया। श्रीमती रंजु गिरिया, हिमांशी गिरिया, भाविक गिरिया, मंजु श्रीश्रीमाल, तेरापंथ सभा के निवर्तमान अध्यक्ष विमल चिप्पड़ ने अपने उद्‌गार व्यक्त किए। श्री प्रवीण बाबेल ने गुरुदेव के प्राप्त संदेश का वाचन किया। संचालन साध्वी मैत्रीप्रभा ने किया। तेरापंथ सभा की ओर से श्रीमती जयश्री और 9 की तपस्या लेकर आए अंकेश लोढ़ा एवं एकासन मासखमण करने वाले तपस्वियों का सम्मान किया।
           

स्वरुप चन्द दाँती
प्रचार प्रसार प्रभारी
श्री जैन श्वेताम्बर तेरापंथी सभा, चेन्नई

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