अखिल भारतीय तेरापंथ महिला मंडल के निर्देशानुसार चेन्नई तेरापंथ महिला मंडल के तत्वावधान में आचार्य महाश्रमण जी के विद्वान सुशिष्य मुनिश्री ज्ञानेन्द्र कुमारजी ठाणा – 3 के सानिध्य में टंडियारपेट भवन में ज्ञान चेतना वर्ष करे उत्कर्ष स्व से शिखर तक कार्यशाला का भव्य आयोजन रखा गया कार्यक्रम का शुभारंभ नमस्कार महामंत्र से मुनिश्री जी के द्वारा हुआ।
तत्पश्चात अध्यक्ष श्रीमती शान्ति दुधोडिया ने आगंतुकों का स्वागत किया। प्रेरणा गीत का संगान महिला मंडल की बहनों के द्वारा हुआ, उसके पश्चात कार्यक्रम के मुख्य वक्ता श्री दिलीप जी धींग का परिचय सहमंत्री श्रीमती रीमा सिंघवी ने दिया। दिलीप जी धींग ने अपने वक्तव्य में कहानी के माध्यम से हमे समझाते हुए कहा कि हम पारस नहीं बन सके स्वर्ण तो बने लोहा न रहे।
संस्कार चेतना को दायित्व चेतना में बदले समाज एवं देश के साथ जुडे हम हमारे हिस्से का काम अवश्य करे चाहे पद पर हो या न हो हम अपनी ज्ञान चेतना को जागृत रखे ज्ञान चेतना जगी रहेगी तो दर्शन चेतना सकारात्मक रहेगी। महिला मंडल द्वारा डां दिलीप जी धींग का सम्मान किया गया।
मुनिश्री जी ने अपने मंगल उद्बोधन में फरमाया कि चेतना जागृत अवस्था की अनुभूति देता है. जागृत अवस्था ही चेतना है। एक अनपढ महिला जिनके पास शिक्षा नहीं थी लेकिन उसकी संकल्प चेतना मजबूत थी। अपने आपका होने का एहसास करे, मे व्यक्ति हुं भीड का हिस्सा नहीं हु। अपने होने का एहसास जागृत करे, मुनिश्री जी ने संकल्प चेतना, दायित्व चेतना, संस्कार चेतना, चैतन्य चेतना एवं आनंद चेतना के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
कार्यक्रम के अगले चरण में BEST OUT OF WASTE प्रतियोगिता रखी गयी कार्यक्रम में निर्णायक की भूमिका श्रीमती राजकुमारी सेठिया एवं श्रीमती रेखा जैन निभायी निर्णायक का परिचय श्रीमती प्रीति डुंगरवाल एवं निकीता बोहरा ने दिया। कार्यक्रम की संयोजिका श्रीमती प्रीति डुंगरवाल एवं श्रीमती निकीता बोहरा का भरपूर सहयोग रहा
प्रतियोगिता में…
प्रथम स्थान – अन्जू आच्छा
द्वितीय स्थान – नम्रता गेलडा
तृतीय स्थान – ताराबाई नाहर एवं वंदना पगारिया रही*
*सभी प्रतियोगी का सम्मान महिला मंडल के द्वारा किया गया,
कार्यक्रम में तेरापंथ सभा के अध्यक्ष आदरणीय विमल जी सा चिपड, टंडियारपेट तेरापंथ टृस्ट के मुख्य न्यासी इंदरचंद सा डुंगरवाल एवं अभातेममं की राष्ट्रीय कार्यकारिणी अनीता जी चोपड़ा की गरिमामय उपस्थित रही कार्यक्रम का संचालन मंत्री गुणवंती खाटेंड ने किया एंव धन्यवाद ज्ञापन सहमंत्री श्रीमती कंचन भंडारी ने दिया.