आज दोपहर में ईसाई धर्म के शताधिक प्रतिनिधि सी.आर.आई. की अध्यक्ष फादर एडवर्ड थोमस के नेतृत्व में अहिंसा यात्रा प्रणेता आचार्याश्री महाश्रमणजी के सान्निध्य में उपस्थित हुए तो अहिंसा यात्रा के प्रथम आयाम सद्भावना का साकार रूप प्रत्यक्ष दिखाई देने लगा।
आचार्याश्री के सान्निध्य मे दोनों धर्मों के विचारों का आदान-प्रदान हुआ। फादर थोमस ने अपने वक्तव्य में अहिंसा यात्रा का पुरजोर समर्थन करते हुए कहा कि आचार्यश्री महाश्रमणजी जीसस क्राइस्ट की तरह लोगों का कल्याण कर रहे हैं।
सी.आर.आई. की वाइस प्रेसिडेंट सिस्टर सगाया दीपा सेक्रेट्री तथा सेक्रेट्री सिस्टर रेजीना ने अपने विचार व्यक्त किए।
शांतिदूत आचार्य श्री महाश्रमण जी ने अपने मंगल उद्धबोधन में जैन धर्म, अहिंसा यात्रा आदि के विषय में जानकारी प्रदान करने हुए सद्भावना, नैतिकता और नशामुक्ति को आत्मसात करने और उसके प्रचार-प्रसार की प्रेरणा दी।
आचार्य श्री ने समागत प्रतिनिधियों की जिज्ञासाओं को भी समाहित किया। जिज्ञासा-समाधान के क्रम काफी रोचक रहा। कार्यक्रम का संचालन अहिंसा यात्रा प्रवक्ता मुनि कुमारश्रमणजी ने किया।
प्रवास व्यवस्था समिति के अध्यक्ष श्री मूलचंद नाहर ने स्वागत वक्तव्य प्रस्तुत किया और महामंत्री श्री दीपचंद नाहर ने आभार ज्ञापित किया। कार्यक्रम के संयोजक श्री बाबूलाल पोरवाल, श्री अमित नाहटा आदि ने अतिथियों का सम्मान किया।