किलपॉक, चेन्नई 24.06.2022 ; आचार्य श्री महाश्रमणजी के शिष्य मुनि सुधाकर के पावन सान्निध्य में किलपॉक स्थित बाबूलाल डुंगरवाल के निवास स्थल पर *परिवार को कैसे बनाएं उर्जा संपन्न’ विषय पर मुनिश्री का विशाल उपस्थिति के मध्य मार्मिक उद्बोधन हुआ।
मुनिश्री ने कहा जीव और अजीव दोनों उर्जा संपन्न हैं, दोनों से निकलने वाली ऊर्जा सकारात्मकता व नकारात्मकता पैदा कर सकती है। किसी भी वस्तु का सही स्थान पर होना, जहां सकारात्मक परमाणु को प्रस्फुटित करता है। वही गलत जगह पर होने से नकारात्मक उर्जा भी फैलती है।
मुनि श्री ने घड़ी, आईना एवं झाड़ू के विषय में विस्तार से प्रकाश डालते हुए आध्यात्मिक महत्व को भी रेखांकित किया। मुनि नरेश कुमार जी ने मंगल गीत की प्रस्तुति दी। डूंगरवाल परिवार की बहनों ने मंगलाचरण किया।
स्वरुप चन्द दाँती
सहमंत्री
अणुव्रत समिति, चेन्नई