विदाई समारोह कार्यक्रम एवं मंगल विहार
टड़ियारपेट, चेन्नई 13-11-2019 आचार्य श्री महाश्रमण जी के सुशिष्य विद्वान तपस्वी मुनि श्री ज्ञानेंद्रकुमारजी ठाना 3 का आज टंडीयारपेट स्थित तेरापंथ भवन से बड़े ही आल्हादित वातावरण में बिहार हुआ।
मुनि श्री शुभमकुमारजी के संसार पक्षीय दादाजी श्री उत्तमचंदजी कमलजी आच्छा के निवास स्थान पर भव्य जुलूस के साथ पधारे। आच्छा परिवार ने मुनि वृंद का भावभरा स्वागत अभिनंदन किया।
विहार से पूर्व विशाल श्रावक समाज को राजा परदेसी के प्रवचन का वाचन कराते हुए मुनि श्री ज्ञानेंद्रकुमार ने कहा प्रत्येक व्यक्ति को जीवन में धर्म का सहारा लेना चाहिए। अधर्मी लोग भी धर्म की शरण में आकर अपने जीवन का रूपांतरण करते हैं। इसका जीवंत उदाहरण है – “राजा परदेसी का आख्यान” कुमार केसी श्रमण की संगत में आकर अपने जीवन की दशा और दिशा बदल कर जीवन को परिवर्तित किया और दृढ़ धर्मी बने।
तेरापंथ सभा अध्यक्ष श्री विमल चिपड एवंं टंडियारपेट ट्रस्ट के मुख्य ट्रस्टी श्री इंदरचंद डूंगरवाल व देवीलाल हिरण ने मुनि श्री के मंगल विहार के संदर्भ में अपने विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर सभी संघीय संस्था के पदाधिकारी उपस्थित थे।
प्रवचन के पश्चात मुनि वृंद टंडियारपेट तेरापंथ भवन से भव्य उपस्थिति के साथ जुलूस के रूप में टी एच रोड पर आछा निवास स्थान पर पधारे। कल प्रातः 14 नवंबर 6:30 बजे मुनि श्री जी तिरवतियुर जैन भवन पधारेंगे।