नागदा (निप्र)– महावीर भवन में महासती पूज्य दिव्य ज्योति जी मसा ने कहा कि अगर आप दूसरों को आदर सत्कार और सम्मान दोगे तो आपको भी इज्जत मिलेगी और अगर आप किसी का भी असम्मान करोगे तो आपकी खराब पहचान बन जाएगी । पुराने समय में राजा महाराजा के समय में सभी जन प्रेमपूर्वक रहते थे । छोटे बड़े सभी एक हो जाते थे और बड़ों के प्रति आदर का भाव रखते थे लेकिन वर्तमान समय में छोटे बड़े का लिहाज करना ही भूल गए । बेटा बेटी अपने आपको मां बाप से ज्यादा बुद्धि शाली समझने लगे । भाई भाई का नहीं रहता है सारे रिश्ते नाते तोड़ कर अकेला रहना चाहता है।
स्थानकवासी जैन समाज के मीडीया प्रभारी महेन्द्र कांठेड़ एवं नितिन बुडावनवाला ने बताया कि आगम शास्त्र के 32 भागों को 32 श्राविकाओ द्वारा आगम यात्रा निकाली जाएगी जो विभिन्न मार्गो से होते हुए रखी जावेगी। अतिथि सत्कार अमृत बहन पंकज जी मारू का खत्म होकर श्री संघ अध्यक्ष प्रकाश चंद जैन लुणावत ने लाभ लिया आभार चातुर्मास समिति अध्यक्ष सतीश जैन सांवेर वाला ने माना।
नागदा नगर में पहली बार आगम यात्रा निकाली गई
स्थानकवासी जैन समाज पूज्य महासती दिव्य ज्योति जी मसा एवं मूर्तिपूजक महासती तत्वलता जी मसा के पूज्य सानिध्य में महावीर भवन में 32 आगमो का भव्य प्रदर्शन किया गया एवं इनको अत्यंत सुंदर तरीके से सजाया गया एवं इनको नगर के विभिन्न मार्गो से भक्ति गीत गाते हुए भव्य यात्रा निकाली गई इसके पूर्व चातुर्मास समिति द्वारा नवकारसी का भी आयोजन किया गया धर्म सभा में गुरुदेव ने कहा कि यह आगम श्रीमद् उतरा ध्यान बांचन के पूर्व जिन शासन के प्रति भक्ति को प्रदर्शित करती है इसका 17 दिनों तक उत्तरा ध्यान सूत्र का वाचन महावीर भवन में किया जाएगा इससे घर में सुख शांति वैभव की प्राप्ति होती है।
उपरोक्त जानकारी मीडिया प्रभारी महेंद्र कांठेढ़ एवं नितिन बुड़ावन वाला ने दी है
दिनांक 09/10/2022
मीडिया प्रभारी
महेन्द्र कांठेड
नितिन बुडावनवाला