महाश्रमणमय बना श्री शंखेश्वर पार्श्वनाथ तीर्थ धाम
बालोतरा; वर्धमान महोत्सव-2023 बालोतरा में सानन्द परिसम्पन्न कर, श्रद्धा से भरपूर श्रद्धालुओं की श्रद्धाशिक्त आस्था को आशीष प्रदान कर, 4 दिनों का संघ प्रभावक प्रवास खत्म कर ज्योतिचरण पुनः गतिशील बने। गतिशील चरण, गतिशील होते हुए शंखेश्वर पार्श्वनाथ रणुजा तीर्थ पधारने पर लूंकड़ परिवार ने तेरापंथ धर्मसंघ के युगप्रधान आचार्य श्री महाश्रमणजी का भावभीना स्वागत, अभिनंदन किया।
ट्रस्ट मंडल परिवार की ओर से मितेश लूकड़ ने शंखेश्वर पारसनाथ रणुजा तीर्थ के विकास और तीर्थ मंदिर में जैन धर्म के साथ श्री गुरु मंदिर एवं बाबा रामदेव मंदिर की पावन जानकारी दी। मितेश लूंकड़ ने गुरुवर के साथ धवल सेना के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करते हुए कहा कि गुरुदेव इस तीर्थ परिसर में नशीली वस्तुएं एवं जमीकंद का उपयोग कभी नहीं होता हैं। आपने शांतिदूत से निवेदन किया कि अगली बार कभी भी बालोतरा पधारों तो कम से कम एक दिन का प्रवास हमारे तीर्थ परिसर में करावें। तेरापंथ धर्म संघ के साधु साध्वी से भी तीर्थ परिसर पर प्रवास करने का अनुरोध किया।
आचार्य श्री महाश्रमणजी ने ट्रस्ट एवं लूंकड़ परिवार के योगदान, सेवा भावना के बारे में एवं धर्म संघ के प्रति समर्पण के साथ जो कार्य किया जा रहा है, उसमें और अधिक संयम, साधना एवं उपासना की दृष्टि से भी अभिवृद्धि हो की मंगल कामना की। गुरुदेव ने “प्रभु पार्श्वदेव चरणों में ..” गीत की स्तुति की और मंगल पाठ एवं अपने चरणकमलों से तीर्थ भूमि को पवित्र किया।
भव्यतम स्वागत में आचार्य श्री ने प्रवचन हॉल के साथ ही मंदिरजी में मंगल पाठ सुनाया। लूंकड़ परिवार ने मंदिर विकास के कार्यों की जानकारी प्रदान की। इस अवसर पर बालोतरा ओसवाल समाज एवं पचपदरा श्री संघ के कई पदाधिकारी, धवल सेना के साथ बड़ी संख्या में श्रावक श्राविका उपस्थित रहे।
अणुव्रत राज्य प्रभारी ओम बांठिया एवं समिति अध्यक्ष जवेरीलाल सालेचा ने ट्रस्ट मंडल को अणुव्रत आचार संहिता का फोल्डर प्रदान किया। तीर्थ परिसर पर बालोतरा तेरापंथ सभा अध्यक्ष धनराज ओस्तवाल, पूर्व चेयरमैन प्रभा सिंघवी, पूर्व चेयरमैन रतन खत्री, अन्य पार्षदगण सहित अशोक लूंकड़, पवन लूंकड़, मदन लूंकड़, राजेंद्र भंसाली, स्वरूप चन्द दाँती, माणक, महावीर, राहुल लूंकड़, राजेंद्र भंसाली, मोतीलाल सहित हजारों की संख्या में भक्तगण मौजूद रहे।
समाचार सम्प्रेषक : स्वरूप चन्द दाँती