मंगलभावना समारोह का दूसरा चरण
साहूकारपेट, चेन्नई ; श्री जैन श्वेतांबर तेरापंथ सभा के तत्वावधान में साध्वी श्री डॉ मंगलप्रज्ञा ठाणा 6 के चातुर्मासिक प्रवास की परिसम्पन्नता पर मंगलभावना समारोह का द्वितीय चरण तेरापंथ सभा भवन, साहूकारपेट, चेन्नई में आयोजित किया गया।
साध्वी डॉ मंगलप्रज्ञा ने श्रावक समाज को प्रेरणा देते हुए कहा कि हमें अपने जीवन को आनंदमय, प्रसन्नमय बनाना चाहिए। आपने उदाहरण के माध्यम से समझाया की कंघा जैसे बिखरे हुए बालों को सुलझा देता है, उसी तरह व्यक्ति भी सुलझा हुआ रहे। दूसरे उदाहरण में बाल के साथ में समझाया की बाल जैसा नर्म एवं कोमल होता है, उसी तरह हम भी अपने जीवन में सरल बने, विनम्र बने, अहंकार का विसर्जन करें। तीसरा उदाहरण मोमबत्ती का देते हुए कहा कि जैसे मोमबत्ती अंधेरे में उजाला करती हैं, उसी तरह हम अपने जीवन को उज्जवल बनाएं, दूसरों के जीवन में भी उजाला करने की कोशिश करें। साध्वीश्रीजी ने चौवदस पर हाजरी का वाचन किया। सभाध्यक्ष उगमराज सांड ने श्रावक निष्ठा पत्र का वाचन किया, जिसे सारी परिषद् ने दोहराया।
साध्वीवृंद ने गीतिका के माध्यम से समस्त संस्थाओं के प्रति आध्यात्मिक मंगलकामना करने के साथ करणीय कार्यो की रूपरेखा रखी। तेरापंथ महिला मंडल ने शब्द चित्र, रेल यात्रा के साथ सभी छहों साध्वीयों का जीवन चरित्र सभा के सामने प्रस्तुत किया। उपासक श्रेणी ने सामूहिक गीतिका की प्रस्तुति दी। जैन विश्व भारती के उपाध्यक्ष जयंतीलाल सुराणा, तेरापंथ सभा के उपाध्यक्ष विजयराज सेठिया, मंत्री अशोक खतंग, सहमंत्री देवीलाल हीरण, मनोज गादिया, जैन संस्कारक, अणुव्रत समिति सहमंत्री स्वरूप चंद दाँती, आचार्य महाश्रमण तेरापंथ जैन विद्यालय माधावरम् के चेयरमैन तनसुखलाल नाहर, सहमंत्री मनोज डूंगरवाल, महिला मण्डल मंत्री रीमा सिंघवी, ज्ञानशाला प्रशिक्षिका का सपना श्रीश्री माल, तड़ियारपेट ट्रस्ट मंत्री पुनमचन्द माण्डोत इत्यादि ने अपनी भावाभिव्यक्ति रखते हुए साध्वीश्रीजी से खमतखामणा किया और आगामी सुखद एवं मंगलमय यात्रा की शुभकामना की। कार्यक्रम का कुशल संचालन सभा संगठन मंत्री अलंकार आच्छा ने किया।
समाचार सम्प्रेषक : स्वरूप चन्द दाँती