नागदा (निप्र)– महावीर भवन में धर्म सभा में महासती पूज्य दिव्य ज्योति जी मसा ने उत्तरा ध्यान सूत्र का वाचन करते हुए कहा कि किसी भी स्वाध्याय का फल निरंतर साधना से ही प्राप्त होता है। इससे कर्मों की निर्जरा होती है एवं हमारे मन में बुरे विचार बुरी बातें एवं मलीनता खत्म होती जाती है। जिसे अपनी मृत्यु का अकारण भय होता है उसकी अकाल मृत्यु होती है एवं जिसकी आत्मा आत्मबोध के उपर उठ जाती है उसका मरण सकारात्मक होता है। जिसके जीवन में गांठ होती है उसे हर जगह असफलता का सामना करना पड़ता है एवं हर जगह कठिनाइयों का सामना करना ही है।
स्थानकवासी जैन समाज के मीडीया प्रभारी महेन्द्र कांठेड़ एवं नितिन बुडावनवाला ने बताया कि मधुर गायिका महासती पूज्य सौम्याश्रीजी म सा के आज 18 कठिन एकासना की तपस्या चल रही है। खाचरोद महिला मंडल ने गुरुदेव के दर्शन वंदन कर आशीर्वाद प्राप्त कर गुरु भक्ति पर एक गीत प्रस्तुत किया। वर्षी तप की तपस्या चंदन मल संघवी मानुबेन तरवेचा, मुन्नीबाई छोरिया, राखी जैन एवं किशोर राठौड़ के चल रही है। अतिथि सत्कार का लाभ प्रकाशचन्द राजेंद्र कुमार जैन लुणावत ने लिया संचालन चंदनमल संघवी ने किया। आभार सतीश जैन सांवेर वाला ने किया।
पति की दीर्घायु वाला करवा चौथ पर्व पर तन मन आत्मा की शुद्धि करण आवश्यक
महासती दिव्य ज्योति जी मसा ने कहा कि पति की दीर्घायु के लिए सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए करवा चौथ का व्रत रखकर चंद्रमा को जल चढ़ाकर पूजा करती हैं। इन सब क्रियाओं के लिए तन मन आत्मा के शुद्धिकरण आवश्यक है। इससे आपके पति के साथ आपको दीर्घायु होना भी आवश्यक है। आप स्वस्थ प्रसन्न निरोगी है तो आपके पूरे परिवार को आप की भी आवश्यकता है क्योंकि पति कमाता हैऔर पत्नी घर का संचालन करते हैं। दोनों गाड़ी के दो पहियों के समान है महिलाएं जो उपवास के लिए व्रत रखती हैं तो संपूर्ण शरीर का शारीरिक एवं मानसिक शुद्धीकरण होता है। शरीर के अनेक समस्याओं का समाधान होकर निरोगी काया प्राप्त होती है।
उपरोक्त जानकारी मीडिया प्रभारी महेंद्र कांठेढ़ एवं नितिन बुड़ावन वाला ने दी है
दिनांक 13/10/2022
मीडिया प्रभारी
महेन्द्र कांठेड
नितिन बुडावनवाला