चेन्नई. कोडमबाक्कम-वड़पलनी जैन भवन में विराजित साध्वी सुमित्रा के सानिध्य में नवरात्रि के पहले दिन रविवार को पैसठिया अनुष्ठान हुवा। जिसमे सभी जोड़ी में बैठ कर अनुष्ठान किये। उसके बाद नवग्रह जाप के अंतर्गत सूर्य देव का जाप हुवा।
नवरात्रि के नौ दिन नवग्रह का जाप होगा। इस मौके पर श्रावक श्राविकाओं को प्रवचन देते हुवे सुमित्रा ने कहा कि जाप का जीवन मे बहुत महत्व होता है। अगर सच्चे मन से कोई मनुष्य जाप करता है तो उसका जीवन बदलता चला जाता है।
उसके जीवन की सारी तकलीफे दूर होती चली जाती है। इस नवरात्रि के नौ दिन अगर जाप कर लिया तो जीवन चमक जाएगा। उन्होंने कहा कि बिना तपे जीवन का कल्याण नहीं होता है। जो तपने को तैयार होते हैं उनका जीवन कभी रुकता नहीं है।
अगर तपना नहीं आया तो जीवन मे कुछ और नहीं लाया जा सकता है। जीवन मे आगे जाना है तो तपना सीखना होगा। जाप करते समय मनुष्य खुद को जितना तपा देगा उसका बाकी जीवन उतना ही सुंदर हो जाएगा। जीवन को सुंदर बनाना है तो जाप के समय खुद को तपा लो।