चेन्नई. श्री जयमल जैन श्रावक संघ के तत्वावधान में वेपेरी स्थित जय वाटिका, मरलेचा गार्डन में चातुर्मासार्थ विराजित जयधुरंधर मुनि, जयकलश मुनि, जयपुरंदर मुनि एवं समणी श्रीनिधि, श्रुतनिधि, सुधननिधि के सानिध्य में आध्यात्मिक चातुर्मास की शुरुआत 16 जुलाई को होगी।
मुनिवृंद के सान्निध्य में प्रतिदिन सवेरे 6.30 बजे प्रार्थना, 7.30 बजे से युवाओं के लिए विशेष कक्षा, 9.20 बजे से प्रवचन (सच्चे श्रावक-अच्छे श्रावक विषय पर आधारित) तथा दोपहर ढाई बजे से महिलाओं के लिए ज्ञानार्जन कक्षा होगी। सूर्यास्त के बाद प्रतिक्रमण होगा।
चातुर्मास के पहले दिन गुरु पूर्णिमा के अवसर पर अनेक धार्मिक कार्यक्रम होंगे। 18 जुलाई से 16 दिवसीय 16 सती साधना शुरू होगी, साथ ही तेले की लड़ी, नवरंगी, पौषध, संवर आदि धार्मिक अनूपरान होंगे।
श्री जयमल जैन चातुर्मास समिति के प्रचार-प्रसार चेयरमैन ज्ञानचंद कोठारी, नरेंद्र मरलेचा, गौतमचंद रुणवाल, देवराज रुणवाल, कुशल सिंघवी, महिपाल चोरडिया, सुनील बोकडिया, दिनेश भंडारी, अरिहंत सामरा तैयारियों में लगे हैं।