श्री वर्धमान स्थानकवासी जैन संघ कम्मनहल्ली अध्यक्ष: विजयराज चुत्तर, मंत्री: हस्तीमल बाफनाl
-:कम्मनहल्ली में प्रवचन:-
श्री वर्धमान स्थानकवासी जैन संघ कम्मनहल्ली में कर्नाटक तप चंद्रिका प.पू. आगमश्रीजी म.सा. ने बताया मां की ममता आज छोटी पड़ गई, सबसे बड़ा रुपैया हो गया। आज माता की क्या हालत है गंभीरता से विचार करना है। जब तक स्वस्थ है तब तक ठीक, नहीं तो फिर वृद्धाश्रम भेजा जाता है। क्या यही माँ के उपकारों का बदला है। सोचो जरा। आज बड़ा ही मार्मिक प्रवचन मां के बारे में था। सारी सभा के आंखों से अश्रु बहने लगे।
प.पू. धैर्याश्रीजी म.सा. ने आज कृष्ण महाराजा का वर्णन किया, कैसे माता को वंदन करते, और मां की आज्ञा का पालन करते। साथ में दान के बारे में बताया। कैसे साधु संतों को सुपात्र दान देना चाहिए। देवकी महारानी ने कैसे मुनिराजो को प्रात्सुक आहार बहराया। आज हमें ऐसा शुद्ध आहार प्राप्त होता है ? अमावस का गरीबो मे अन्नदान किया गया। अध्यक्ष विजयराज चुत्तर ने स्वागत किया। मंत्री हस्तीमल बाफना ने संचालन किया।