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छोटा सा दान भी करता है महाकल्याण : राष्ट्रसंत डॉ वसंतविजयजी म.सा. 

छोटा सा दान भी करता है महाकल्याण : राष्ट्रसंत डॉ वसंतविजयजी म.सा. 

“कृष्णगिरी तीर्थधाम में रचा गया महादान का इतिहास” 

हजारों जरूरतमंदों को राशन किट, मिष्ठान व कंबलों का हुआ व्यापक स्तर पर वितरण 

भारत देश की खुशहाली एवं भारतवासियों की समृद्धि हेतु राष्ट्रसंतश्री की निश्रा में अष्ट दिवसीय भैरवपुराण, महायज्ञ सम्पन्न 

कृष्णगिरी। शक्तिमय पतित पावन चमत्कारिक श्रीपार्श्व पद्मावती शक्तिपीठ तीर्थधाम कृष्णगिरी (तमिलनाडु) में श्रावणी अमावस्या शुक्रवार को महादान कार्यक्रम का वैश्विक इतिहास रचा गया। जब शक्तिपीठाधीपति, राष्ट्रसंत, परम पूज्य गुरुदेवश्रीजी डॉ वसंतविजयजी महाराज साहेब की दिव्य पावन निश्रा में सर्वधर्म समाज के हजारों लोगों को राशन सामग्री, मिष्ठान प्रसाद व कंबल का व्यापक स्तर पर ऐतिहासिक वितरण किया गया। इस दौरान कृष्णगिरी जिला स्तर पर बड़ी संख्या में तहसील व गांव, कस्बों के करीब 2500 से अधिक ब्राम्हणों, जरूरतमंद गरीब परिवार इनमें शामिल थे।

यही नहीं शहर के स्वच्छताकर्मी, ऑटो चालक, पुलिसकर्मी, पत्रकार वर्ग तथा नगरपालिका के कर्मचारियों को भी यह दान प्रसाद प्रदान किया गया। अष्ट दिवसीय श्रीमहाभैरवदेव महापुराण, अभिषेक एवं यज्ञ महोत्सव की पूर्णाहुति अवसर पर शामिल श्रद्धालुओं एवं दान प्राप्त करने वाले लोगों को पूज्य गुरुदेवजी ने कृष्णगिरी तीर्थधाम एवं अष्ट दिवसीय आयोजन की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए मां पद्मावती की भक्ति की जानकारी दी। इस दौरान पूज्य गुरुदेवजी ने कहा कि छोटा सा दान भी महा कल्याणकारी होता है। डॉ वसंतविजयजी महाराज साहेब ने कहा कि दान देने पर हृदय में जो ख़ुशी का एहसास होता है वह अकल्पनीय होता है। व्यक्ति के तन, मन और धन तीनों पर इसका सुंदर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। तन और मन प्रफुल्लित होता है तथा धन हजार गुना बढ़कर विविध रूपों में सुख समृद्धि के साथ दानदाता के पास पुन: लौटता है।

पूज्य गुरुदेवजी डॉ वसंतविजयजी म.सा. ने कहा कि प्रत्येक धर्म यह कहता है कि हर व्यक्ति को अपनी आय का कुछ हिस्सा जरूरतमंदों की मदद के लिए दान में अर्पित करना चाहिए। उन्होंने कहा कि कृष्णगिरी में इससे पूर्व व्यापक स्तर पर इतना बड़ा महादान कार्यक्रम कभी नहीं हुआ था। उन्होंने बताया कि स्वर्ग से सुंदर कृष्णगिरी तीर्थधाम की अति विशिष्ट विशेषता है यहां भक्ति और विश्वास लेकर कोई आता है तो कभी कोई खाली हाथ नहीं लौटता है। उन्होंने कहा कि दान कभी निष्फल नहीं जाता, दान हमेशा फलता है और व्यक्ति को सुख संपत्तिवान और वैभवशाली बनाता है। परम पूज्य गुरुदेवजी की निश्रा में चिदंबरम स्थित नटराज मंदिर के पुजारीवृंद सेल्बरत्नमजी व अन्य पंडितों ने दिवस विशेष श्रावणी अमावस्या पर सर्वपाप, श्राप, कालसर्प दोष, पितृदोष व नवग्रह दोष निवारणार्थ एवं सुख संपदा प्रदायक सर्व कल्याणकारी संकल्प के साथ सभी दानदाताओं के नाम का वाचन किया। इस दौरान संतश्री वज्रतिलकजी आदि ठाणा दो भी मौजूद रहे। वहीं स्थानीय पुलिस प्रशासन के अधिकारीवृंद ने आयोजन की विभिन्न व्यवस्थाओं में सहयोग किया।

महाभैरवपुराणजी की आरती एवं हवन यज्ञ का लाभ श्रीमती कल्पना अशोक रामपुरिया परिवार ने लिया। शाम के सत्र में रूद्र रूप सिद्धश्री भैरव देव का दिव्य महाभिषेक पश्चात हवन पूर्णाहुति में प्रतिदिन की भांति विभिन्न प्रकार के सूखे मेवे व अन्य अनेक दुर्लभ सामग्रियों सहित भैरव देव को प्रिय एक–एक किलो की 108 इमरती भी होमी गई। कार्यक्रम का संचालन गुरुभक्त राजू सोनी एवं विनोद आचार्य ने किया। भारत देश की खुशहाली एवं भारतवासियों की समृद्धि हेतु राष्ट्रसंत डॉ वसंतविजयजी म.सा. द्वारा भैरवदेव की प्रसन्नता के लिए संपन्न हुए इस आयोजन का सीधा प्रसारण पूज्य गुरुदेवजी के अधिकृत वेरीफाइड यूट्यूब चैनल थॉट योगा पर लाइव प्रसारित किया गया।

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