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चेन्नई मे व्याख्यान माला का आयोजन।               

चेन्नई मे व्याख्यान माला का आयोजन।                

युवक परिषद तमिलनाडु के सुसंचालन मे स्वाध्याय भवन साहूकारपेट चेन्नई मे व्याख्यान माला का आयोजन।  

            

Sagevaani.com /Chennai| श्री जैन रत्न हितैषी श्रावक संघ,तमिलनाडु के तत्वावधान मे युवक परिषद तमिलनाडु के सुसंचालन मे स्वाध्याय भवन साहूकारपेट चेन्नई मे रत्न स्वर्ण वर्ष के अंतर्गत व्याख्यान माला मे वरिष्ठ स्वाध्यायी आर वीरेन्द्रजी कांकरिया ने ” लक्ष्य को पहचान ” विषय पर प्रभावी विचारों से सभा को मंत्रमुग्ध कर दिया | उन्होंने लक्ष्य को पहचान हेतु जीवन मे चार मुख्य आधार रुप बिन्दु मे जिनवाणी श्रवण,स्तव स्तुति,सुपात्र दान व वैयावृत्य पर विस्तृत प्रकाश किया |महापुरुषों के प्रवचन एकाग्रता पूर्वक,अहोभाव से श्रवण कर आचरण मे लाते हुए बार-बार चिन्तन करने का महत्व बताते हुए कहा कि एक शब्द,वाक्य भी जीवन को बदलते हुए ब्रह्मास्त्र रुप भी बन सकता हैं | स्तव स्तुति के अन्तर्गत तीर्थंकरों की स्तुति भक्ति लोगस्स, णमोत्थुणँ,पुछिसुंणँ आदि बताए हैं,अहोभाव से एकाग्रता पूर्वक प्रभु की स्तुति बिना स्वार्थ के करनी चाहिए | सुपात्र दान के अंतर्गत दान लेने व देने वाले के भाव व वस्तु निर्दोष तीनो का होना आवश्यक हैं,देखादेखी,सुनी सुनाई घटनाओं को बिना भावों से करने की माया से कुछ हासिल नहीं होने वाला हैं | वैया वृत्य का सही अर्थ हैं कि गुरु भगवन्तों की,चरित्र आत्माओं से ज्ञानार्जन करना,उनके उपदेशों को आचरण मे लाना, निस्वार्थ भाव से,बिना नाम की चाह करना ही वास्तविक समर्पण हैं,वो ही सेवा का सही रुप हैं | श्रावक कौन,श्रावक के कर्तव्य आदि विषयों पर सुन्दर विवेचना की |

श्रावक संघ तमिलनाडु के कार्याध्यक्ष आर नरेन्द्र कांकरिया ने इस अवसर पर युवक परिषद तमिलनाडु द्वारा मासिक सामुहिक सामायिक का आयोजन करने हेतु साधुवाद ज्ञापित किया और बताया कि श्री जैन रत्न युवक परिषद के सद्प्रयासों से चेन्नई महानगर के अनेक क्षेत्रों से श्रावक- श्राविकाओं एवं युवकों की सामायिक परिवेश मे उपस्थिति प्रमोदजन्य रही |

 युवक परिषद तमिलनाडु के शाखा प्रमुख संदीपजी ओस्तवाल ने सामूहिक सामायिक कार्यक्रम का सुन्दर संचालन करते हुए युवक परिषद के कार्यक्रमों की जानकारी देते हुए सभी के प्रति आभार व्यक्त किया व नियमित रुप से भाग लेने का आह्वान किया |

उपवास, एकासन आदि तपस्याओं के प्रत्याख्यान के पश्चात गौतमचंदजी मुणोत ने जैन संकल्प कराया,वरिष्ठ स्वाध्यायी नेमीचंदजी कर्णावट, भोपालगढ ने मांगलिक सुनाई | तीर्थंकर भगवन्तो,गुरु भगवन्तों की जयजयकार के संग व्याख्यान माला कार्यक्रम सम्पन्न हुआ |

# प्रेषक :- आर नरेन्द्र कांकरिया, कार्याध्यक्ष,श्री जैन रत्न हितैषी श्रावक संघ, तमिलनाडु 24/25 बेसिन वाटर वर्क्स स्ट्रीट, साहूकारपेट चेन्नई

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