159वॉ मर्यादा महोत्सव का विल्लुपुरम में आयोजन
विल्लुपुरम ; युगप्रधान आचार्य श्री महाश्रमणजी की सूशिष्या साध्वीश्री लावण्यश्री के सान्निध्य में 159वॉ मर्यादा महोत्सव तमिलनाडु के विल्लुपुरम क्षेत्र में मनाया गया। साध्वीश्रीजी के नमस्कार महामंत्रोच्चार के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। विल्लुपुरम के पड़ोसी क्षेत्र वलवनूर महिला मंडल द्वारा मंगलाचरण किया गया।
साध्वीश्री लावण्यश्री ने कहा कि हम तेरापंथ जैसा चिंतामणि, कामधेनु, कल्पतरु धर्मसंघ को पाकर अहर्निश निश्चिंतता का अनुभव करते हैं। हमारे शासन में एक गुरु का नेतृत्व, एक आचार, एक विचार की महत्वपूर्ण प्रतिष्ठा है। आज्ञा, अनुशासन, मर्यादा, समर्पण, विनय, वात्सल्य से परिपूर्ण, यह संघ हमारे लिए प्राण है, चरण है, गति है, प्रतिष्ठा है। हम संघ, संघपति के प्रति समर्पित रहे तो संघ में हमारा निर्माण होता रहता है। साध्वीश्री दर्शितप्रभा ने “हमारा संघ महान क्यों?” विषय पर प्रस्तुति दी।
विल्लूपूरम महिला मंडल, कन्या मंडल द्वारा 159 वें मर्यादोत्सव की शानदार प्रस्तुति हुई। सेलमवासी द्वारा प्रश्नोत्तर शैली में रोचक प्रस्तुति दी। महासभा के कार्यकारिणी सदस्य श्री राजेश सुराणा, सभाध्यक्ष श्री महेंद्र धोखा, तिरुकुलीकुंड्रम सभाध्यक्ष श्री बाबूलाल खाटेड, पांडिचेरी सभाध्यक्ष श्री हेमराज कुंडलिया, सेलम सभा मंत्री प्रवीण बोहरा, कडलूर तेरापंथ सभाध्यक्ष श्री सौभागमल सांड, तिरची से ज्योति सुराणा, तिरुकोईलूर से मोहन, वलवनूर महिला मंडल आदि कन्या मंडल से भव्या, गीता बरडिया ने विचार व्यक्त किए। सेलम वासियों ने साध्वीश्री को चातुर्मास काल में हुई तपस्या, कार्यक्रम, अनुष्ठान, कार्यशाला आदि का एल्बम भेंट किया। इस एल्बम का सारा श्रेय मीडिया प्रभारी संघ संवाद के कर्मठ एवं कुशल कार्यकर्ता श्री जितेंद्र घोषाल बेंगलुरु एवं सेलम महिला मंडल मंत्री सरिता चोपड़ा को जाता है। जिनकी सूझबूझ ने के.जी.एफ, सेलम, तिरुवनामलै तक सभी कार्यक्रम का ब्यौरा प्रस्तुत किया।
मर्यादोत्सव कार्यक्रम में चेन्नई, तिरुकुलीकुंड्रम, पांडिचेरी, वंदवासी, वनवनुर, तिंदीवनम , तिरुवन्नामलाई, सेलम, कडलूर, तिरुकोईलूर आदि अनेक क्षेत्रों से श्रावक उपस्थित हुए। आभार ज्ञापन प्रेम सुराणा ने किया। कार्यक्रम का कुशल संचालन साध्वीश्री सिद्धांतश्रीजी ने किया।
समाचार सम्प्रेषक : स्वरूप चन्द दाँती