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चार मुमुक्षुओं की दीक्षा

चार मुमुक्षुओं की दीक्षा

श्री चन्द्रप्रभु जैन नया मंदिर ट्रस्ट के तत्वावधान व आचार्य जगच्चन्द्रसूरिश्वर एवं आचार्य तीर्थ भद्रसूरिश्वर की निश्रा में मुल्लासाहिब स्ट्रीट स्थित जीरावला पार्श्वनाथ जिनालय की प्रतिष्ठा, चार मुमुक्षुओं की दीक्षा व मिन्ट स्ट्रीट स्थित चन्द्र- जीरावला परिसर भवन के उद्घाटन के उपलक्ष्य में पंचदशान्हिका महोत्सव की पत्रिका का विमोचन एवं आलेखन समारोह मिन्ट स्ट्रीट स्थित आराधना भवन में रविवार को आयोजित हुआ।

इससे पहले जिनेन्द्र श्रीपाल भवन से आराधना भवन तक गाजे बाजे के साथ वरघोड़ा निकाला गया। पत्रिका आलेखन समारोह का उद्घाटन श्री चन्द्रप्रभु जैन नया मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष शान्तीलाल जैन, ललित छाजेड़, अश्विन जैन, जितेन्द्र जैन व महेन्द्र मंडारिया ने द्वीप प्रज्जवलित कर किया।
शान्तिलाल जैन ने स्वागत भाषण दिया। ट्रस्ट के सचिव किरीट जैन ने प्रतिष्ठा व दीक्षा महोत्सव की रुपरेखा प्रस्तुत की। उन्होंने बताया कि पंचदशान्हिका महोत्सव 23 नवम्बर से शुरू होगा।
24 नवम्बर को चन्द्र- जीरावला भवन का उद्घाटन व परमात्मा का प्रवेश, 30 नवम्बर को मुमुक्षुओं की दीक्षाएं, 5 दिसम्बर को वरघोड़ा व अंजनशलाका और 6 दिसम्बर को प्रतिष्ठा के कार्यक्रम सम्पन्न होंगे। महोत्सव के जयजिनेन्द्र के लाभार्थी संघवी शंकरलाल बाबुलाल दानमल मंडारिया सोलंकी परिवार व ट्रस्ट मंडल के पदाधिकारियों ने पत्रिका का विमोचन किया।
कई संघों के प्रतिनिधियों व ट्रस्ट मंडल के पदाधिकारियों ने शुभ मुहूर्त में आचार्यश्री का आशीर्वाद ग्रहण कर पत्रिका आलेखन किया। इस मौके पर आचार्यश्री ने कहा परमात्मा के प्रति अहोभाव से सब कार्यक्रम सम्पन्न हो। सब कार्य जयणापूर्वक हो इसका विशेष ध्यान हमें रखना है। 

प्रतिष्ठा में हेलीकाॅप्टर से पुष्प वर्षा करने का चढावे का लाभ प्रकाशमल मोतीलाल कवरात जावाल परिवार को मिला। सुरेश काग्रेचा ने आभार व्यक्त किया। इसके बाद आचार्यश्री का मंगलाचरण व ट्रस्ट मंडल की ओर से साधर्मिक भक्ति का आयोजन हुआ। समारोह का संचालन विपिन सतावत ने किया और संगीत की प्रस्तुति बैंगलुरु के सुनील बाफना ने दी।

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