चेन्नई. गिरनार अपार्टमेन्ट पेरिमेड मे आयोजित धर्म दरबार को सम्बोधित करते हुए साध्वी सिद्धीसुधा ने कहा धर्म आराधना, जप, तप, त्याग, सामायिक, स्वाधाय का सीजन चातुर्मास बिलकुल दहलीज पर खड़ा है। हम साल के आठ महीने सांसारिक कार्यो व्यस्त रहते है।
हमारा ज्यादातर समय धर्म से विमुख रहता है। प्रभु वाणी कहती है संसार है तो असार है , जीवन कल्याण के मार्ग पर आगे बढऩा है तो अच्छे कर्म कर, सदगुरुओं का शरण लो। चातुर्मास काल मे गुरु चार माह तक एक जगह विराजते है। हमारे पास अवसर है, चातुर्मास का लाभ उठाकर धर्म मार्ग से जुड़े।
अधिक से अधिक सेवा के कार्यो में लगे, तभी जीवन कल्याण के मार्ग पर आगे बढेंगे। आज युवा वर्ग हर क्षेत्र में उन्नति कर रहा है पर धर्म के क्षेत्र मे जाग्रत नही है। आज संस्कार मंच के युवा विहार सेवा , मानव सेवा, जीव दया के जो कार्य कर रहे हैं वह सराहनीय है। जिसके मन में दया, करूणा, परोपकार की भावना है वही भगवान का सच्च सेवक है।
युवा वर्ग इस तरह के संगठन से जुड़े, उनका तो आत्म कल्याण होगा ही साथ ही समाज में भी नई चेतना आएगी। हर युवा, अपने साथी को धर्म मार्ग और सेवा के कार्यो में जोड़े। साध्वी सविधी, साध्वी समिती ने इस अवसर पर भजन प्रस्तुत किए। कार्यक्रम में डॉग वेलफेयर सेन्टर पर साध्वी के सानिध्य मे बीमार कुत्तों को संस्कार मंच द्वारा खाने को दिया गया।
इस अवसर पर साहुकारपेठ संघ अध्यक्ष आनंद मल छलाणी, श्रेणीक बोहरा, मदन खाबीया, वी. गौतम चंद दुग्गड संस्कार मंच अध्यक्ष पंकज कोठारी,अरिहंत कांकरिया, किशोर, ललित, मंगल, हरीश खारीवाल,प्रदीप सेठिया, महेन्द्र सेठिया, विशाल खाबीया उपस्थित थे।