*विंशत्यधिकं शतम्*
*📚💎📚श्रुतप्रसादम्*
🪔
*तत्त्वचिंतन:*
*मार्गस्थ कृपानिधि*
*सूरि जयन्तसेन चरणरज*
मुनि श्रीवैभवरत्नविजयजी म.सा.
8️⃣1️⃣
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चक्रवर्ती के लिए
विजय प्राप्त करने योग्य
क्षेत्र को विजय कहा जाता है..
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ढाई द्वीप में
कुल 170 विजय है.!
5 भरत क्षेत्र की 5 विजय
5 ऐरावत क्षेत्र की 5 विजय
5 महाविदेह की 160 विजय…
👑
चक्रवर्ती
170 विजय में
प्रत्येक विजय के
6 खंड के सभी देव देवी
राजा महाराजा पर
विजय प्राप्त करते है
तब दिग्विजय पूरा होता है.!
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बरसों तक
दिग्विजय करके
प्राप्त सत्ता संपत्ति
ऐश्वर्य चक्रवर्ती को
दुर्गति से नही बचा सकते..
यदि दीक्षा
ग्रहण करे तो ही
उसे सदगति मिलती है
बाकी उसकी नर्क निश्चित है..!
*📖श्रीलघु संग्रहणी ग्रंथ📖*
*🦚श्रुतार्थ वर्षावास 2024🦚*