Share This Post

Featured News / ज्ञान वाणी

घर में अच्छा माहौल बनाए रखने के लिए ध्यान रखें: डॉ. श्री गौतममुनिजी म.सा 

घर में अच्छा माहौल बनाए रखने के लिए ध्यान रखें: डॉ. श्री गौतममुनिजी म.सा 

जालना: जानवरों के भाव आपके दोस्तों के सर्कल से मेल खा सकते हैं या नहीं भी| हमारा लगाव हमेशा घर के प्रति रहता है| लेकिन अगर आपके घर में एकता है, तो आपका घर स्वर्ग से भी ज्यादा खूबसूरत हो सकता है| लेकिन अगर वही घर एक साथ न हो तो वह कभी भी बेघर हो सकता है, तो आइए घर में एकता और अच्छा माहौल बनाए रखने का ध्यान रखें, डॉ. श्री. गौतम मुनिजी म.सा.ंउन्होंने यहां बात की| वे गुरु गणेश नगर के तपोधाम में चातुर्मास के अवसर पर आयोजित प्रवचन को संबोधित कर रहे थे| इस समय, आदरणीय वैभवमुनिजी म.सा.ं, उपदेश प्रभावक श्री. दर्शन प्रभाजी म.सा.ं सेवाभावी श्री गुलाबकंवरजी म.सा.ं सेवाभावी श्री हर्षिताजी म.सा.ं यह मौजूद थे|

आगे बोलते हुए, डॉ. श्री.गौतम मुनिजी म.सा.ंकहते हैं दोस्ती का जज्बा शैतान को भी दोस्त बना सकता है| यह जल्द ही स्पष्ट हो जाता है कि बड़ा भाई छोटे भाई के साथ कैसा व्यवहार करता है| अगर हम यह भी नहीं जानते कि हमारे बगल में कौन खड़ा है, तो यह कैसा अहसास है? जब तक जो गांठ बन गई है, वह मिट नहीं जाती, तब तक भाई भाई को नहीं पहचान पाएगा| इसलिए इस गांठ को भंग करने का समय आ गया है| जहां पुण्यवाणी कमजोर होती है वहां डॉक्टर भी कुछ नहीं कर सकता| गांठ बांधनी हो तो अच्छे कर्म से बांधो| अगर आपको घर चाहिए तो एक अच्छे हाउसकीपर बनिए| इस अवसर पर पी. ईसा पूर्व डॉ| गौतम मुनिजी एम. सा द्वारा किया गया

इससे पहले, परम पावन वैभवमुनिजी म.सा.ंने कल के विषय पर संक्षेप में परामर्श करने के बाद, उन्होंने टिप्पणी की कि यह अच्छा है| उन्होंने कहा कि चोरी करना अच्छी गुणवत्ता नहीं है| एक आदमी थोड़े से लाभ के लिए चोरी करता है| लेकिन जब इसका खुलासा हो जाता है तो इंसान को कितनी पीड़ा से गुजरना पड़ता है| चोरी हुआ सोना खरीदने में लाभ है, लेकिन लाभ अस्थायी है| जब पुलिस चोर को पकड़ती है, तो वह आपको बताता है कि उसने आपको बेच दिया है, जिस बिंदु पर पुलिस आपको ले जाती है| आपको शर्म आती है| इसलिए चोरी का सामान सस्ता होने पर भी न खरीदें| ध्यान रहे कि ऐसी चीजें खरीदकर हम एक तरह से चोर का साथ दे रहे हैं| साथ ही फर्जी बिल बनाकर जीएसटी बचाना भी अच्छा संकेत नहीं है| ब्रह्मचर्य का पालन, सेवा में उपस्थिति, नियमों का पालन होशपूर्वक किया जाना चाहिए, जो अच्छा है उसमें भाग लें, वैभवमुनिजी म.सा.ं कहा| इस समय श्री वर्धमान स्थानकवासी जैन श्रावक संघ की पधिकारी, श्रावक-श्राविका बड़ी संख्या में उपस्थित थे|

Share This Post

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You may use these HTML tags and attributes: <a href="" title=""> <abbr title=""> <acronym title=""> <b> <blockquote cite=""> <cite> <code> <del datetime=""> <em> <i> <q cite=""> <s> <strike> <strong>

Skip to toolbar