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घर को सजाने, संवारने वाली होती नारी : साध्वी लावण्यश्री

घर को सजाने, संवारने वाली होती नारी : साध्वी लावण्यश्री

★ तेरापंथ महिला मण्डल द्वारा नव युवती सम्मेलन का हुआ आयोजन

Sagevaani.com @चेन्नई : युगप्रधान आचार्यश्री महाश्रमणजी की विदुषी शिष्या साध्वी लावण्यश्रीजी ठाणा 3 के पावन सान्निध्य में तेरापंथ महिला मंडल, चेन्नई के तत्वावधान में “यौवन की दहलीज पर कदम रखा है आपने ; आइए जानिए सुकून की राह है आपके सामने” विषयक- नव युवती सम्मेलन का आयोजन हुआ।

साध्वीश्रीजी के नमस्कार महामंत्र के द्वारा कार्यक्रम का शुभारम्भ हुआ। अध्यक्ष श्रीमती लता पारख ने सभी बहनों का स्वागत करते हुए कहा की बच्चों और बड़ों के बीच मे नवयुवती बहनें एक मजबूत कड़ी को जोडती है।

◆ नारी होती है सहनशीलता की मूरत ◆

 साध्वी लावण्यश्री ने अपने उद्बोधन में फरमाया कि हमारे धर्म संघ में साध्वी प्रमुखा शासनमाता का जीवन कितना सरल था एवं परम पूज्य गुरुदेव में कितनी विनम्रता है, इतने बड़े धर्म संघ को संभालते हैं। हम छोटे से दायरे में, छोटे से परिवार में रहने वाले हैं। नारी सहनशीलता की मूरत होती हैं। हमें बड़ों के त्याग में सहयोग कर उनको चित समाधि देने का प्रयास करना चाहिए, जिससे हमारे भी कर्म निर्जरा होगी। जिस घर में आई हो, उस घर को सजाना, संवारना है।

◆ बुजुर्गों के पास होता अनुभवों का खजाना ◆

साध्वी सिद्धांतश्री ने अपने वक्तव्य में कहा कि हमारे घर के बुजुर्गों की झुर्रियों में हजारों-हजार अनुभव होते हैं। वह हमें अनुभव के आधार पर बहुत सारी बातें बता देते हैं। आपको उस अवसर को अपनाकर अपना जीवन विकास करना चाहिए।  मोमबत्ती के उदाहरण के माध्यम से आशा और विश्वास के साथ जीवन जीने की प्रेरणा प्रदान की। साध्वी श्री दर्शितप्रभा ने प्रायोगिक रुप से जिंदगी में सुकून किस चीज से मिलता है और किस चीज से सुकून नहीं मिलता, पर प्रयोग करवायें। प्रायोगिक प्रयोग बहुत ही आकर्षक रहे और बहनों ने भी साध्वीश्री जी के समक्ष अपने विचार रखे। अभातेममं राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्या श्रीमती दीपा पारख ने अपने जीवन के अनुभवों को शेयर करते हुए कहा कि हम बडे पेड़ की तरह नहीं, बल्कि घास की तरह बने।

◆ विविध कार्यक्रमों का हुआ आयोजन ◆

 लाईफ साइकल ऑफ बटरफ्लाई थीम पर श्रीमती वंदना पगारिया और श्रीमती वनीता गेलड़ा ने प्रस्तुति दी। श्रीमती पूनम छाजेड, श्रीमती प्रीति डूंगरवाल, श्रीमती वनीता बोहरा ने आध्यात्मिकता से भरे गेम्स खेलायें- जिसमें प्रथम स्थान पर अंजू बांठिया, सारिका मरलेचा ; द्वितीय स्थान पर समता खांटेड़, कल्पना बाफणा एवं तीसरे स्थान पर भावना चोरड़िया, सपना दरला रही।फ्रेंडशिप डे रील कोम्पीटेशन का संचालन पुजा भण्डारी ने किया- जिसमें प्रथम स्थान पर दीपा पारख, श्वेता गिरिया ; द्वितीय स्थान पर अनु गेलड़ा वंदना पगारिया रही। विजेताओं को महिला मण्डल द्वारा सम्मानित किया गया।

◆ इन्होंने निभाई जिम्मेवारिया ◆

कार्यक्रम की संयोजिका श्रीमती रीमा सिंघवी, श्रीमती रानी माण्डोत, श्रीमती पूजा भंडारी और श्रीमती सुमन मुथा थे। रजिस्ट्रेशन डेस्क व स्वागत की जिम्मेदारी श्रीमती शोभा चोरडिया, श्रीमती राजेश्वरी रांका, श्रीमती शांति दुधोडिया ने संभाली। अल्पाहार की व्यवस्था श्रीमती सुमन बरमेचा, श्रीमती सूरज मुथा और श्रीमती लीला सेठिया ने ; होम मेड प्रोडक्ट स्टाल श्रीमती सारिका मरलेचा, श्रीमती अंजू बांठिया ने ; हॉल मैनेजमेंट श्रीमती रेखा गादिया, श्रीमती सुमन पारख ने सम्भाला। सभी पदाधिकारी और कार्यसमिति सदस्यों का कार्यक्रम को सफल बनाने में विशेष सहयोग रहा।

कार्यक्रम संयोजिका श्रीमती रीमा सिंघवी ने कुशल संचालन किया। श्रीमती रानी माण्डोत ने आभार ज्ञापन दिया। लगभग 115 नवयुवती बहनों ने इस कार्यक्रम में सहभागिता दर्ज करवाई। पुरे कार्यक्रम की बागडोर मंत्री श्रीमती हेमलता नाहर ने कुशलतापूर्वक निभाई।

समाचार सम्प्रेषक : स्वरुप चन्द दाँती

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