राजस्थान पत्रिका एवं गुरुदेव मेडिकल फाउंडेशन द्वारा आज रविवार को 05/01/2025 को विश्व पूज्य प्रात: स्मरणीय प्रभु श्रीमद् विजय राजेंद्रसुरीश्वरजी म.सा. की 198 वी जन्म जयंती एवं 118 वी पुण्य तिथी (गुरुसप्थमी) निमिते गुरुदेव मेडिकल फाउंडेशन द्वारा जीवदया अभियान। गुरुदेव के हमारे ऊपर कई उपकार है। आचार्य राजेंद्रसूरि ने जैन धर्म पर कई पुस्तकें लिखीं, जिनमें सबसे प्रसिद्ध है अभिधानराजइंद्रकोश (संस्कृत: अभिधानराजेंद्रकोश), जो जैन ग्रंथों में प्रयुक्त प्राकृत, संस्कृत और पाली शब्दों का एकमात्र उपलब्ध विश्वकोश है।
मरीना बीच पीजीयौन सेंटर में कबूतरों को ज्वार, मूंग, आदि सुग्गा दिया गया। यहा पर हजारों की तादाद में कबूतर आते है। एवं दी मद्रास पिंजरापोल आयनावरम एवं कई गौशालाओ में गयो को हरा चारा, काकड़ी, लापसी आदि गायो को खिलाया गया।
गौमाता की सेवा करना हमारा दायित्व बनता है, गौमाता हमे दूध, दही, घी एवं गौमूत्र से कई औषधियां बनती है, यह हमारे जीवन के लिए उपयोगी होती है। इसलिए जीवदया अभियान में जुड़कर सेवा करनी चाहिए। इस मौके पर गुरुदेव मेडिकल फाउंडेशन के सदस्यों एवं जीवदया प्रेमियों ने भाग लिया।