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गुणगान और सामायिक करके मनाई प्रज्ञामूर्ति पन्नालाल गुरू की जन्म जयंती साहूकार पेट में

गुणगान और सामायिक करके मनाई प्रज्ञामूर्ति पन्नालाल गुरू की जन्म जयंती साहूकार पेट में

जैसा नाम वैसे गुण के भंडार थे प्रज्ञामूर्ति पन्नालाल जी महाराज महासती धर्मप्रभा 

Sagevaani.com @चैन्नई। जैसा नाम वैसे गुण के भंडार थे प्रज्ञा मूर्ति पन्नालाल जी म.सा. में। रविवार साहूकारपेट जैन भवन मे पर्वाधिराज पर्यूषण पर्व के छठेदिवस स्वाध्याय के आद्य प्रणेता पन्नालाल जी महाराज की 135 वीं जन्मजयंती पर महासती धर्मप्रभा ने गुण गान करतें हुए कहा कि प्राज्ञ संघ के पन्नालाल जी एक निडर शौर्य के धनी, दूरदष्ट्रा, जीवों के रक्षक, संघ एवं समाज हितेशी, मानवता के मसीहा और करूणा के देवता थें। प्राज्ञमूर्ति पन्ना का जन्म मारवाड़ मे माली परिवार मे हुआ और नानक सम्रदांय के मोती लाल जी महाराज के प्रवचनों से प्रभावित होकर सयंम अंगीकार किया था।

अपने साधुत्व काल में रहते हुए पूरे भारतवर्ष का भ्रमण कर जैन शिक्षा संस्कार का प्रचार प्रसार किया और समाज में फैली कई कुरूतियों के विरुद्ध संयमित आन्दोलन कर बुराईयों को खत्म करवाया। बाल विवाह, मृत्यु भोज दहेजप्रथा, पशु हत्या आदि कुप्रथाओं के साथ मासं मंदिरा पान करने वाले कहीं राजपूतों राजाओं को त्याग करवाने के साथ बली प्रथा को बंद करवाये और धर्म की राह दिखाती।

साध्वी स्नेहप्रभा ने कहा कि पन्ना लाल जी महाराज एक दिव्य आत्मार्थी साधक संत रत्न थे आपने स्वाध्याय संघ की स्थापना करवाई जो आज भी सम्पूर्ण देश गतिमान रूप से चल रही है। इसदौरान श्री संघ के कार्याध्यक्ष महावीर चन्द सिसोदिया, हस्तीमल खटोड़, सज्जनराज सुराणा, गौतम मूथा, महावीर लुणावत आदि सभी ने जन्मजयंती पर गुणगान करते हुए कहा कि सागर की गहराई से भी गहरा था पन्ना गुरूदेव का ज्ञान आपका व्यक्ति त्व निराला थाl श्रमणसंघ की स्थापना मे मरूधर केसरी मिश्रीमल जी म.सा के साथ आपका महत्वपूर्ण योगदान रहा। आपके उपकारों सम्पूर्ण स्थान कवासी जैन समाज कभी नहीं भूल सकता है।

महावीर चन्द सिसोदिया ने जानकारी देते हुए बताया कि पर्यूषण महापर्व के छठेदिवस अनेक भाई और बहनो ने दस, नो, आठ, सात, पांच और तीन उपवास के साध्वी धर्मप्रभा से प्रत्याख्यान लिए जिनका श्री संघ के अध्यक्ष एम.अजितराज कोठारी राकेश कोठारी, सुरेश डूगरवाल, जितेंद्र भंडारी, पदमचंद ललवानी, रमेश दरड़ा, माणकचन्द खाबिया, शांतिलाल दरड़ा, मोतीलाल ओस्तवाल, महावीर कोठारी, सुभाष कांकलिया, शम्भूसिंह कावड़िया, अशोक सिसोदिया, ज्ञान चोरड़िया, अशोक कांकरिया, बादल चन्द कोठारी आदि सभी पदाधिकारीयो द्वारा तपस्यार्थीयो का सम्मान किया गया।

जन्म जयंती गुणगान समारोह मे अनेक गणमान्य अतिर्थीयो मे ललित मकाणा, बछराज बोकाडिया, शांतिलाल चौधरी, इंदरचंद लोढ़ा, पूनमचंद डोसी, पारसमल लुणावत, सुभाष चंद डूंगरवाल, उत्तमचंद चौरडिया, सुनील कुमार डूंगरवाल, ज्ञानचन्द सुराणा, रमेश सुराणा, जंवरीलाल कर्नावट, राजेश गढ़वाणी एवं गुरू मिश्री रूपसुकन जैन महिला मंडल की सुशीला कोठारी, बेबी कोठारी आदि सभी की उपस्थिति रही। जन्मजयंती कार्यक्रम के लाभार्थी अखिल भारतीय प्राज्ञ जैन संघ चेन्नई तमिलनाडु की और से गौतम प्रसादी रखी गई ।

प्रवक्ता सुनिल चपलोत

श्री एस.एस. जैन भवन, साहूकार पेठ, चैन्नई

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