वेलूर. यहां स्थित शांति भवन में ज्ञानमुनि एवं लोकेशमुनि के सान्निध्य में श्रद्धांजलि सभा हुई। सभा में ज्ञानमुनि ने रूपमुनि को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि वे विद्वान, आगमज्ञ एवं गरीबों के मसीहा के रूप में विख्यात थे।
जिनशासन के वर्तमान आगमज्ञाता गुरु भगवंतों में उनका नाम गिना जाता है। उनके द्वारा शिक्षा, चिकित्सा, स्वास्थ्य, अन्नदान, वस्त्रदान इत्यादि मानवसेवा की अनेक योजनाएं संचालित हो रही है।
करुणा उनके रोम रोम में बसी थी। उनके जीवदया से प्रेरणा लेकर राजस्थान और अन्य राज्यों के अनेक स्थानों में गौशालाएं चल रही है।