चेन्नई. साहुकारपेट स्थित जैन भवन में विराजित साध्वी सिद्धिसुधा के सानिध्य में रविवार को कर्नाटक गज केसरी गणेशीलाल की 140वीं जन्म जयंती तप और त्याग के साथ मनाई गई। कार्यक्रम की शरुआत संघ अध्यक्ष अनंदमल छलानी के स्वागत भाषण से हुई।
कार्यक्रम में विशेष अतिथि पूर्व केंद्रीय मंत्री काग्रेस नेता पीटर अलफान्सो, विधायक शेखर बाबू और कांग्रेस के सचिव आर मनो थे। सिद्धिसुधा ने कहा कि गणेशलाल के जीवन मे ऐसा कुछ नहीं था जो अपनाने और जीवन मे उतारने लायक नही हो।
उन्होंने जो भी किया वह सत्य और अहिँसा के बढ़ावा देने के लिए किया। जरूरी नहीं है कि हर बात जीवन मे उतारा जा सके। लेकिन अगर उनके जीवन की एक बात भी जीवन मे उतार कर उस रास्ते पर चलना शुरू कर दें तो निश्चय ही जीवन ऊंचाइयों पर पहुंच जाएगा। उन्होंने कहा कि गणेशलाल का जीवन बहुत ही सरल था।
उन्होंने मानव कल्याण के अलावा कुछ नहीं सोचा। मानव और जीव के कल्याण की बात आने पर वो कभी पीछे नहीं हटते थे। उनकी सादगी आज भी सच्चे श्रावकों में नजर आ ही जाती है। उन्होंने कहा कि बुरे लोगो की दस बातों को जीवन मे उतार कर जीवन बर्बाद करने से बेहतर है की अच्छे लोगो की एक बात जीवन मे उतार कर कल्याण कर लेना चाहिए।
साध्वी सुविधि ने कहा कि महापुरुषों ने मनुष्य को अंधकार से बाहर निकलने के रास्ते बताये हैं। रास्ता पता होने के बाद भी अगर मनुष्य बदलाव के लिए आगे नहीं आ रहा है तो यह उसकी गलती है। रास्ता नहीं पता होने पर भटकने वालो का लोग सहयोग कर देते हैं, पर जानबूझ कर भटकने वाले जीवन मे कुछ नहीं कर पाते हैं।
गणेशलाल ने मानव कल्याण के लिए अपना जीवन दिया। उनके उपकारो को अगर भूले तो जीवन कभी नही बदलेगा। उन्होंने कहा कि जैसे मनुष्य की परछाई उसका साथ नहीं छोड़ती है वैसे ही गुरु भगवंत अपने सच्चे भक्तों का साथ नहीं छोड़ते है। अगर उनके साथ चलना है तो उनके दिखाए मार्ग पर बढऩा होगा।
हस्ती मल खटोड, डाक्टर नितेश जैन और नवनीत चौरढिय़ा ने भी अपने विचार रखे। कार्यक्रम के सम्पूण लाभार्थी उमरावबाई जवरीलाल छल्लाणी परिवार था, जिसका संघ कार्याध्यक्ष निर्मल मर्लेचा, उपाध्यक्ष महावीर सिसोदीया, जेपी ललवानी, गौतमचंद दुगड़ समेत अन्य पदाधिकारियो ने अभिनंदन किया। इस मौके पर जयन्तीलाल छलाणी, किसन खाबीया, पप्पू लूणीया, पंकज कोठारी, मदन खाबीया,अशोक पीपाडा और दुलीचंद छाजेड समेत अनेक गणमान्य की विशेष उपस्थिति थी।
संस्कार मंच, गणेश सेवा समिति और जय संस्कार महीला मंडल का सहयोग सरानीय रहा। गुणानुवाद के मौके पर सामयिक का तेला हुवा और मेडिकल कैम्प में लोगों ने जांच कराए। अपोलो और कावेरी समेत अन्य अस्पताल के डॉक्टर जांच के लिए आए थे। संचालन संघ मंत्री मंगलचंद खारीवाल ने किया। औरंगाबाद समेत अन्य राज्यों से लोग पधारे थे।