श्री वर्धमान स्थानकवासी जैन संघ कम्मनहल्ली अध्यक्ष: विजयराज चुत्तर मंत्री: हस्तीमल बाफना
श्री वर्धमान स्थानकवासी जैन संघ कम्मनहल्ली में आयम्बिल शिरोमणि प.पू. आगमश्रीजी म.सा. ने आजादी का महोत्सव के बारे में बताया, क्या हम सही मायने से आजाद हैं? बडा ही मार्मिक सवाल है।
भारत एक कृषि प्रधान देश है। कृषि करना भी ऋषि ने ही सिखाया था। पहले भारत में सोने का धुँआ निकलता था पर वह बात आज नहीं है। भारत की कला, अध्यात्म राजनीति कला, धर्मकला पूरे विश्व में प्रसिद्ध है पर इस स्वर्ण भूमि को अनेकों बार ग्रहण लगे। विदेशियों ने धरती पर राज्य किया जो भी आया वह भारत को लूट के ही गया। हमारे कई जवानों ने अपनी जान देश के खातिर कुर्बान कर दी। भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव, विपिन चंद्र आदि सपूतों ने हंसते-हंसते फांसी पर अपना बलिदान दिया। आज फिर महाभारत जैसे युद्ध के बादल मंडरा रहे हैं। जो महत्व अहिंसा का है वही महत्व गंगा का है। गंगा है तो भारत चंगा है। भारत माता की जय के जयकारो से पूरा स्थानक गूंज उठा।
प.पू. धैर्याश्रीजी म.सा. ने एक गीतिका पेश की, बच्चों की अलग-अलग झांकियों की प्रस्तुति करवाई। बच्चों को उपहार दिए गए। आजादी का महोत्सव धूमधाम से मनाया गया। झंडा वंदन पूर्व विधायक पद्मनाभ रेड्डी हस्ते करवाया गया। अध्यक्ष विजयराज चुत्तर ने स्वागत किया। कान्तिलाल सकलेचा ने अभिवादन किया। मंत्री हस्तीमल बाफना एवं सुधीर सिंघवी ने संचालन किया।