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कला के बिना जीवन नीरस: मुनि ज्ञानेन्द्र कुमार

कला के बिना जीवन नीरस: मुनि ज्ञानेन्द्र कुमार
श्री जैन श्वेताम्बर तेरापंथी ट्रस्ट ट्रप्लीकेन चैन्नई के तत्वावधान में मुनिश्री ज्ञानेन्द्र कुमार जी एवं  मुनिश्री  रमेश कुमार के सान्निध्य में हस्तकला प्रदर्शनी का आयोजन हुआ । जिसमें मुख्य अतिथि यन यन राजा  तमिलनाडू भाजपा अध्यक्ष, विशिष्ट अतिथि श्रीमती कृष्णवेनी थे। 
मुनि ज्ञानेन्द्र कुमार जी ने कहा- जैन धर्म में कला का सदैव महत्व रहा है। जैन स्थापत्य कला में पहाडों की गुफाओं में पत्थरों पर  कलात्मक उत्कीर्ण करके प्रदर्शित किया गया है । खारवेल की गुफाओं में इसे देखा जा सकता है ।
जैन धर्म ने कला की सदा सुरक्षा ही नहीं की बल्कि विकास भी किया है। आपने आगे कहा- धर्म से जीवन का कलात्मक विकास होता है। कला के बिना जीवन में निराशा आती है। धर्म निराशा को दूर कर आशा का संचार करता है । 
मुनि रमेश कुमार ने कहा-  तेरापंथ धर्म संघ में कला को संयम साधना में उपयोगी बनाकर विकास किया। साधु जीवन में उपयोगी वस्त्र पात्र, शास्त्र , अन्य उपयोगी वस्तुओं का कलात्मकता से निर्माण किया जाता है । एक पत्र में सूक्ष्म अक्षरों में भागवत गीता, उत्तराध्ययन, दशवैआलियं,भक्तामर, शान्तसुधारस भावना जैसे ग्रन्थों को बहुत ही सुन्दरता से लिखा गया है । उपदेशात्मक चित्र से धर्म के व बुरे कर्म के फलों को बताया गया है । नारियल के प्याले पर सूक्ष्म अक्षरों में धर्म ग्रंथ लिखे है। 
मुनि सुबोध कुमार जी ने आगन्तुक अतिथियों को तमिल भाषा में इस प्रदर्शनी का महत्व समझाया । हर कलाकृति का परिचय कराया। 
इस प्रदर्शनी को सजाने में मुनि विनीत कुमार जी एवं मुनि विमलेश कुमार जी का सहयोग रहा। 
मैनेजिंग ट्रस्टी गौतम जी सेठिया ने समाज की ओर से अतिथियों का परिचय देते हुए  स्वागत किया । ट्रस्ट की ओर से प्रतीक चिन्ह भेंट किया गया । 
मुख्य अतिथि तमिलनाडू भाजपा अध्यक्ष यन यन राजा ने कलात्मक वस्तुओं को देखकर भाव विभोर होते हुए कहा –  सुन्दर अति सुन्दर यह प्रदर्शनी है।
जिन्होंने इन्हें बनाया है मैं उन्हें बधाई देते हुए नमन करता हूं । उन्होंने अपने वक्तव्य में भी कहा – प्रेम के लिए भाषा की जरुरत नहीं होती। जो मन को अच्छा लगे दूसरों को अच्छा लगे देश के विकास के लिए उपयोगी हो उसे करना चाहिए । जहाँ परस्पर प्रेम होता है वहां सहज शांति और सद्भावना का भी विकास होता है । 
सामाजिक कार्यकर्ता श्रीमती कृषवेनी ने भी साधु साध्वियों द्वार निर्मित कलात्मक वस्तुओं को देखकर भाव विभोर हुई। उन्होंने ग्रीन ट्रिप्लीकेन प्रोजेक्ट पर भी अपनी भावना प्रस्तुत की । 
इस अवसर तेरापंथ ट्रस्ट टिप्पलीकेन के मंत्री सुरेश जी संचेती कोषाध्यक्ष बसन्तराज जी मरलेचा,  भेरुलाल जी संकलेचा,  महावीर जी संचेती, आदि अनेक कार्यकर्ता और समाज के सम्माननीय लोग उपस्थित थे। 
इस प्रदर्शनी में अशोक लूकंड,  दीपक कातरेला,विनोद चौरडिया, ध्रुव बोहरा , मंजू गेलडा, अनुज कुमार  आदि कार्यकर्ताओं ने भी अपनी सेवाएं दी।  
संप्रसारक 
श्री जैन श्वेताम्बर तेरापंथी ट्रस्ट ट्रप्लीकेन चैन्नई

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