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कर्म ही मनुष्य के भाग्य का निर्माण भी करते है ओर पतन भी: साध्वी प्रितीसुधा 

कर्म ही मनुष्य के भाग्य का निर्माण भी करते है ओर पतन भी: साध्वी प्रितीसुधा 

Sagevaani.com @शास्त्री नगर भीलवाड़ा। कर्म किसी को भी नहीं छोड़तें है। अहिंसा भवन में प्रखर वक्ता साध्वी प्रितीसुधा ने प्रवचन मे श्रध्दालुओं को धर्मसंदेश प्रदान करतें हुए कहा कि संसार में कर्म बलवान होते है बिना भोगे कौई भी जीव संसार से छुटकारा नही पा सकता है । जब तक उसकेपुण्य प्रबल रहते है,उग्र पाप का फल भी तत्काल नही मिलता। जब पुराने पुण्य खत्म होते ही तब हमारे अशुम पाप कर्मो की बारी आती है। ओर उन अशुभ पाप कर्मो को भोगना ही भोगना पड़ेगा।

कर्म ही मनुष्य के भाग्य का निर्माण करते है ओर पतन भी, परमात्मा के वहा पर देर हो सकती है परन्तु अंधेर नहीं है सजा भोगनी ही पड़ेगी, चाहे धनवान हो या गरीब कौई भी भगवान कि नजरों से नहीं बच सकता है। हमारे कर्म, विचार और भावना के अनुसार ही हमें सुख या दुःख की जीवन मे प्राप्ति देतें है। साध्वी संयम सुधा ने कहा कि इंसान के अच्छे बुरे कर्म ही उसके साथ जाएंगे। मनुष्य खाली हाथ,नंगे ,इस संसार में आया और खाली हाथ ही उसे संसार से विदा होना है। मृत्यु के समय यह धन, दौलत, जमीन, मकान, व्यापार, नौकरी, नाम, शोहरत, रिश्तेदार, भाई-बहन, मां-बाप किसी को भी अपने साथ नहीं ले जा सकता है,साथ में जायेगे तो वह अच्छे या बुरे कर्म ।

दान,धर्म,परोपकार,दुखियों की सेवा,पुण्य जो भी व्यक्ति इस जन्म में करेगा वही उसके अगले भव काम आयेगा।इसदौरान धर्म सभा अनेक बहनों और भाईयो ने उपवास,आंयबिल एकासन व्रत के साध्वी उमराव कंवर से सभी ने प्रत्याख्यान लिए धर्मसभा मे अहिंसा भवन के अध्यक्ष लक्ष्मण सिंह बाबेल,सुशील चपलोत,संदिप छाजेड़,शांतिलाल कांकरिया,गोवर्धनसिंह लोढ़ा,हिम्मतसिंह बाफना, ओमप्रकाश सिसोदिया,रजनी सिंघवी,मंजू बाफना उमा आंचलिया,मंजू पोखरना,अजंना सिसोदिया, सरोज महता,वंदना लोढ़ा आदि सभी पदाधिकारीयो की श्रध्दालुओं के साथ धर्मसभा मे उपस्थिति रही।

प्रवक्ता सुनिल चपलोत

अहिंसा भवन शास्त्री नगर भीलवाड़ा

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