30 सितंबर अशोक नगर उदयपुर मानव कितनी भी होशियारी करलें परन्तु कर्म उसके पीछा छोड़ने वालें नहीं उसकी सजा तो भोगनी ही पड़ेगी। प्रवर्तक सुकन मुनि महाराज ने लोकाशाह जैन स्थानक मे गुरूवार को आयोजित धर्मसभा मे कहा था कि अशुभ कर्म करने से आत्मा का उध्दार भी नहीं हो पाएगा। भगवान की साधना व आराधना करने वाला ही अशुभ कर्मो की निर्जरा करके अपनी आत्मा को निर्मल बना पाएगा !
महेश मुनि हरीश मुनि सचिन मुनि आदि संत मुनियों ने सम्बोधित करतें हुए कहा कि राजा हो या रंक कर्म किसी को छोड़ने वालें नही भोगने ही पड़ेंगे ! धर्मसभा मे तैरापथी ऑल इंडिया जैन हाई परचेज के राष्ट्रीय अध्यक्ष मेघराज लुणावत व आखिल भारतीय राष्ट्रीय जैन श्रावक समिति के महामंत्री अशोक महता का श्री संघ के ओकरसिंह सिरोया कांतिलाल जैन मांगीलाल लुणावत राजेन्द्र खोखवत आदि पदाधिकारियों ने अतिथियों का पगड़ी शोलमाला पहनाकर स्वागत किया !
मीडिया प्रवक्ता सुनिल चपलोत, लोकाशाह जैन स्थानक, अशोक नगर, उदयपुर